देहरादून। अनीता रावत
लंबे इंतजार के बाद केदारनाथ में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा को समाधिस्थल में स्थापित कर दिया गया है। अब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को केदारनाथ पहुंचकर प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इधर, केदारनाथ में आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति स्थापित होने से स्थानीय लोगों के साथ ही तीर्थयात्रियों में खुशी है।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ पुनर्निर्माण में आदिगुरु शंकराचार्य की समाधिस्थल का पुनर्निर्माण भी शामिल है। 20 अक्तूबर 2017 को पीएम मोदी ने केदारनाथ में पहले चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था। तब, उन्होंने धाम में आदिगुरु शंकराचार्य के समाधिस्थल को भव्य व दिव्य बनाने की बात कही थी। इसी के तहत केदारनाथ में नवंबर 2019 से आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य शुरू किया गया।
अब समाधिस्थल में आदिगुरु शंकराचार्य की 35 टन वजनी मूर्ति को भी स्थापित कर दिया गया है। इस मूर्ति को अभी कपड़े से ढका गया है, बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद श्रद्धालु समाधिस्थल और प्रतिमा दर्शन कर सकेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा मैसूर के शिल्पियों ने कृष्णशिला पत्थर से तैयार की है। तैयार होने के बाद इसे मैसूर से ट्रक द्वारा गौचर हेलीपैड पर लाया गया। गौचर से सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से मूर्ति को 18 हिस्सों में केदारनाथ पहुंचाया गया। केदारनाथ धाम में 24 और 25 सितम्बर को मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर रखा गया। केदारनाथ में बुधवार दोपहर बाद हुई बर्फबारी से कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई। धाम में मंगलवार को भी बर्फ गिरी थी। मद्महेश्वर, तुंगनाथ, चन्द्रशिला में भी बर्फबारी हुई है। उधर, बदरीनाथ में दूसरे दिन भी बर्फबारी जारी रही। बुधवार को देर शाम तक 6 हजार से अधिक यात्रियों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया 18 सितंबर से 27 अक्तूबर तक चारधामों में 3,48,232 यात्री पहुंच चुके हैं।