नई दिल्ली। लंबी कूद के दिग्गज खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं। उन्हें सर्जरी करानी पड़ेगी जिसके कारण वह इस सत्र में नहीं खेल पाएंगे। उन्होंने पिछले साल एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीतकर पेरिस का टिकट कटाया था। उन्होंने एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक जीता था।
उन्हें शंघाई/सुझोउ और दोहा में क्रमश: 27 अप्रैल और 10 मई को लगातार दो डाइमंड लीग के साथ सत्र की शुरुआत करनी थी। मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें चोट लगी और उनका ओलंपिक में हिस्सा लेने का सपना टूट गया। श्रीशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, दुर्भाग्य से, यह बुरे सपने की तरह लगता है लेकिन यह हकीकत है, मेरा पेरिस ओलंपिक का सपना टूट गया है। मुझे ट्रेनिंग के दौरान घुटने में चोट लगी। परीक्षण और परामर्श के बाद, यह फैसला किया गया कि मुझे सर्जरी कराने की जरूरत होगी। अपने पूरे जीवन में, मेरे अंदर प्रतिकूल परिस्थितयों का सामना करने का साहस रहा है, उन स्थितियों को स्वीकार करना जिसे मैं बदल नहीं सकता। उन चीजों में सकारात्मक नतीजा हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना जहां मैं कर सकता हूं। पिछले साल जून में श्रीशंकर तीसरे स्थान पर रहकर डाइमंड लीग प्रतियोगिता में शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले तीसरे भारतीय बने थे। हालांकि वह बुडापेस्ट में विश्व चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग दौर से बाहर होने से निराश थे लेकिन हांगझोउ में एशियाड में रजत जीतकर जोरदार वापसी की। श्रीशंकर ने कहा, जिंदगी अजीब पटकथाएं लिखती है। कभी-कभी इसे स्वीकार करने और आगे बढ़ने में साहस होता है। मैं यही करूंगा। मेरी वापसी का सफर उसी क्षण शुरू हो गया जब मेरे घुटने में चोट लगी। यह रास्ता लंबा, कठिन होने वाला है और मेरे से बहुत कुछ छीन लेगा। अच्छी बात यह है कि मेरे पास देने के लिए बहुत कुछ है। मैं इससे निपट लूंगा क्योंकि मांबा मानसिकता का यही मतलब है। शब्द माम्बा मानसिकता लॉस एंजिल्स लेकर्स स्टार की जीवन और प्रतिस्पर्धा के प्रति मानसिकता और सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।