बीजिंग। ¨चीन ने ध्वनि की गति से चार गुना अधिक तेजी से उड़ने में सक्षम विमान के एक प्रोटोटाइप का सफल परीक्षण किया है। इससे दिल्ली से लंदन तक करीब ढाई घंटे में पहुंचा जा सकता है।
परीक्षण के दौरान जेट इंजन ने 4900 किलोमीटर प्रति घंटे (मैक-4) की रफ्तार से उड़ान भरी। बीजिंग स्थित स्पेस ट्रांसपोर्टेशन नामक कंपनी इस सुपरसोनिक जेट पर काम कर रही है, जो नासा के सन ऑफ कॉनकॉर्ड से भी अधिक तेज है। कॉनकॉर्ड की अधिकतम गति मैक 2 या 2200 किलोमीटर प्रति घंटा है। स्पेस ट्रांसपोर्टेशन ने कहा, हमने विमान को ‘जिंदौयुन या जिंदौ400’ नाम दिया है। हमारा लक्ष्य वर्ष 2027 तक विमान को अपनी पहली उड़ान के लिए तैयार करना है। वर्ष 2030 तक हम इस विमान को वाणिज्यिक उड़ान के लिए तैयार कर रहे हैं। यह विमान 65,600 फीट से अधिक की ऊंचाई हासिल करने की क्षमता रखता है लेकिन यात्री विमान होने पर यह 50 हजार फीट की ऊंचाई तक ही उड़ान भरेगा।