अर्पण पांडेय
देशद्रोह की धारा खत्म करने का ऐलान कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में किया है। मंगलवार को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया। इसमें कई लोकलुभावन वायदे किए गए हैं। जैसे गरीबों को सालाना ₹72000 देने, किसानों के लिए अलग बजट लाना शामिल है। कांग्रेस की घोषणा पत्र पर भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में देश तोड़ने का एजेंडा शामिल है। वहीं संतों ने भी कांग्रेस के इस घोषणा पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सुमेरु पीठ के शंकरचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी तुष्टिकरण नीति के तहत देशद्रोह की धारा को खत्म करना चाहती है।
कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से कई वादे किए हैं। मंगलवार को जारी घोषणा पत्र में गरीबों के लिए न्यूनतम आयोजना ( न्याय) को शामिल किया है। इसके तहत गरीबों को हर साल ₹72000 देने के लिए बजट में अलग से प्रावधान करने का वादा किया गया है। वहीं किसानों की स्थिति सुधारने के लिए भी अलग बजट के प्रावधान का कांग्रेस ने वादा किया है। इसके अलावा जो सबसे बड़ा वादा है, वह है देशद्रोह की धारा को खत्म करना। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में स्पष्ट किया है कि भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (जो की देशद्रोह के अपराध को परिभाषित करती है) जिसका कि दुरुपयोग हुआ, और बाद में नये कानून बन जाने से उसकी महत्ता भी समाप्त हो गई है उसे खत्म किया जाएगा। भारतीय आपराधिक संहिता की धारा 499 को हटा कर मानहानि को एक दिवानी अपराध बनाएंगे। साथ ही सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता, सरकारी सेवाओं में 22 लाख रोजगार देना के अलावा, ग्रामीण स्तर पर हर साल लाखों युवाओं को रोजगार देना, राफेल एवं भ्रष्टाचार के अन्य मामलों की जांच कराना, राष्ट्रीय एवं आंतरिक सुरक्षा पर जोर देने तथा अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं के विकास के लिए कदम उठाना शामिल हैं।
उधर कांग्रेस की घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में देश तोड़ने का एजेंडा शामिल है। उन्होंने कांग्रेस पर नासमझी में वादे करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें कुछ वादे ऐसे हैं जिन्हें लागू नहीं किया जा सकता और कुछ बेहद खतरनाक विचार हैं जो देश को ”बाल्कनीकरण” की ओर ढकेल देंगे। जेटली ने कहा कि मसौदा तैयार करने के लिये कांग्रेस ने एक समिति बनाई थी, लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं सहित इसे टुकड़े टुकड़े गैंग में कांग्रेस अध्यक्ष के मित्रों के सहयोग से तैयार किया गया है। उधर संतों ने भी कांग्रेस के घोषणा पत्र पर सवाल उठाए हैं। सुमेरु पीठ के शंकरचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी तुष्टिकरण जु नीति के तहत देशद्रोह की धारा को खत्म करना चाहती है। कांग्रेस की यह सोच देश हित मे नहीं है। इस नीति से जहां देश मे आतंकवाद बढ़ेगा वहीं लोग देश के खिलाफ साजिश करने में नहीं हिचकिचाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वायदे सिर्फ कागजी ही दिख रहे हैं।