पौड़ी। अनीता रावत
पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
पौड़ी जिले के धुमाकोट, बैजरों, नैनीडांडा और बीरोखाल क्षेत्र में बर्फबारी ने क्षेत्रीय जनता की मुश्किलें बढ़ा दी है। पारा गिरने से पूरा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में है। वहीं बैजरों क्षेत्र में हुई भारी बर्फबारी के कारण बीरोंखाल और थलीसैंण का संपर्क सभी सड़कों से कट गया है। इससेे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
धुमाकोट में तापमान में गिरावट होते ही पहले ओला वृष्टि और उसके बाद भारी बर्फबारी शुरू हो गई। दीवागढ़ी, गुजडूगढ़ी की चोटियों सहित पूरा क्षेत्र सफेद हो गया। मौसम की खराबी के चलते बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
काशीपुर-दीवाखाल के पास सड़क पर जमा बर्फ में फिसलकर बस खाई में गिरते गिरते बची। जहां तहां वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं। काशीपुर-बुआखाल हाईवे पर जड़ाऊखांद- तिमलदुरा से लेकर धुमाकोट, कसाना, लिस्टियाखेत, छोटी दीवा से लेकर कोठिला, सिंदुड़ी, मैठाणाघाट तक कई इंच बर्फ जमने से हाईवे पर यातायात बाधित हो गया है। गढ़ कुमाऊं की माँ कालिंका मंदिर परिसर और आसपास की पहाड़ियां बर्फ से लकदक हैं । इसके साथ ही नैनीडांडा, रौतूखत्ता, खाल्यूंडांडा, कोचियार, जमणधार, धौलियाना, कलखोविया, किनगोड़ीखाल, सौपखाल आदि जंगल से सटे इलाकों में बर्फवारी से क्षेत्र में कड़ाके की ठंड हो गई है। एनएच अधिकारियों की ओर से हाईवे खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है।
वहीं, बीरोंखाल ब्लाक के बैजरों क्षेत्र में बीती रात- दिन की लगातार बर्फ बारी के चलते बीरोंखाल और थलीसैंण को जोड़ने वाले सभी संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। दीबा डांडा, घनियाखाल, चोरीखाल, ऊफरैखाल, सहित बीरोंखाल और थलीसैण को जोड़ने वाली सडकें बंद हो गई है।
उधर, नेशनल हाईवे के सहायक अभियंता प्रमोद तिवारी ने बताया कि जड़ाऊखांद से धुमाकोट तक मार्ग से बर्फ हटा ली गई है। वहां से दीवाखाल- कोठिला की ओर हाईवे पर मशीन से बर्फ हटाने का काम जारी है। एसडीएम धुमाकोट योगेश मेहरा ने बताया कि सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।