नई दिल्ली। टीएलआई
असम और मिजोरम की सीमा पर सोमवार को हिंसा भड़कने के दौरान हुई भीड़ की फायरिंग में असम के 6 जवान शहीद हो गए। जबकि एक पुलिस अधीक्षक समेत 60 अन्य घायल हो गए। वही गृहमंत्री ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से बात कर शांति पूर्ण समाधान की बात की।जानकारी के अनुसार असम और मिजोरम की सीमा पर मिजोरम से आए कुछ अराजक तत्वों ने पथराव और फायरिंग की है। बताया जा रहा है कि पथराव के बाद दोनों राज्यों की पुलिस भी आमने सामने हो गई। पथराव और फायरिंग में असम पुलिस के छह जवान शहीद हुए हैं। दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री से दखल की मांग की है। यही नहीं इस मामले को लेकर असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के बीच सार्वजनिक रूप से कहासुनी भी हुई है। हिंसा को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने देर रात एक प्रेस नोट जारी किया। जिसमें उन्होंने घटना के बारे में असम सरकार का पक्ष रखा है।वही असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने एक ट्वीट कर कहा कि असम पुलिस के छह बहादुर जवान असम-मिजोरम सीमा पर सीमा की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गए। मेरी संवेदनाएं शहीदों के परिजनों के साथ हैं। आरोप है कि मिजोरम की तरफ से जिस भीड़ ने हमला किया उसको मिजोरम पुलिस का सह प्राप्त था। इसके लिए असम सरकार ने एक वीडियो का भी हवाला दिया है। उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आसम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों, हिमंत बिस्वा सरमा और जोरमथांगा से बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया। मित शाह ने पूर्वोत्तर के आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में सीमा विवादों को सुलझाने की आवश्यकता को रेखांकित किया था जिसके दो दिन बाद यह घटना सामने आई है। गौरतलब है कि दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बैठक की थी।