लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
तिकुनिया कांड को लेकर मचा सियासी भूचाल थम नहीं रहा है। शुक्रवार को मृतकों के परिवारों से मिलने आए कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू निघासन में धरने व अनशन पर बैठ गए।
तिकुनिया कांड को लेकर खीरी पहुंचे कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक मौन अनशन शुरू कर दिया। बवाल में मारे गए निघासन के पत्रकार के घर सिद्धू धरने व मौन अनशन पर पर बैठ गए। सिद्धू ने घटना के मुख्य आरोपी गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी तक मौन भी धारण कर लिया है। पहले वह कुछ देर बैठे रहे और बाद में टिन शेड के नीचे तख्त पर लेट गए और आंखें बंद कर लीं। सिद्धू को मनाने में अफसर लगे रहे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम करीब पौने छह बजे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, वहां की कांग्रेस सरकार के लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला, चार विधायकों राजकुमार चब्बेवाल, कुलजीत सिंह नागरा, रविंदर सिंह और मदनलाल जलालपुर, पटियाला जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गुरदीप सिंह पटियाला, कोषाध्यक्ष गौरव संधू और अपने ओएसडी सुमित सिंह के साथ रमन कश्यप के घर पहुंचे। करीब बीस मिनट घर के कमरे में रमन की पत्नी, माता-पिता और भाइयों से बात करके घटना व हालात की जानकारी ली। उनको सांत्वना देकर पूरी मदद का आश्वासन दिया। सिद्धू का कहना है कि जब तक मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष गिरफ्तार नहीं होगा, वह अनशन जारी रखेंगे। सिद्धू ने मौन अनशन शुरू किया है। उधर केंद्रीय मंत्री के पुत्र को पुलिस ने दूसरी नोटिस जारी कर शनिवार को तलब किया है। इस मामले के दो आरोपियों लवकुश और आशीष पांडे को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया।