देहरादून । अनीता रावत।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर हर हिंदुस्तानी का विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर हिंदू संस्कार है। संघ मुख्यालय में मोहन भागवत ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर कहीं भी कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि उसी जगह मंदिर बने यह सभी हिंदुस्तानियों का विचार है। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि जाति भाषा के आधार पर कोई भेद नहीं है। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य सर्जन शक्ति का निर्माण करना है। कहा कि संघ को समझने के लिए संघ के भीतर रहना पड़ेगा, तभी संघ का मतलब समझ में आएगा। उन्होंने कहा कि नागरिकों के कर्तव्य का जागरण कर परिवार में राष्ट्र और मातृभाषा का प्रयोग करना संघ का मूल काम है। सरसंघचालक ने कहा कि संघ के सभी काम हिंदी में होते हैं। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में रामकृष्ण मिशन ने हिंदी में कार्य किया। इस कारण वहां के लोग हिंदी में बात करते हैं। ऐसा ही अन्य राज्यों में भी होना चाहिए। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति अभियान को लेकर संघ प्रमुख ने कहा कि संघ लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सामाजिक कार्य कर रहे हैं। बताया कि बिहार के रानीगंज में बच्चों के लिए स्कूल बनाया है , जिनमें नक्सलियों के बच्चे पढ़ रहे हैं साथ ही गढ़चिरौली में सीआरपीएफ के जवान नक्सल प्रभावित गांव में ग्रामीणों से सामान खरीदते हैं ताकि ग्रामीणों को उनकी मजदूरी मिल सके और वहां रोजगार के अवसर पर बढ़ सके।