भभुआ। राजेंद्र तिवारी
मोहनिया प्रखंड के भरखर गांव में भक्तों के लिए एक भव्य आध्यात्मिक आयोजन होने जा रहा है। यहां छह मार्च से शिव महापुराण कथा का शुभारंभ होगा। इस महाआयोजन की प्रेरणा भूतपूर्व सैनिक नायक सुबेदार मुरलीधर पांडेय ने दी है। अपनी गहरी आस्था और शिव भक्ति से अभिभूत होकर उन्होंने अपने सैनिक पुत्र नीरज कुमार पांडेय से इस आयोजन की इच्छा व्यक्त की। पिता की श्रद्धा को पूरा करने के लिए नीरज कुमार पांडेय ने संकल्प लिया और इस सात दिवसीय भव्य आयोजन की तैयारियां शुरू कर दीं।
शिव महापुराण कथा के लिए देश के प्रख्यात कथावाचक प्रेमाचार्य पीताम्बर महाराज वृंदावन धाम से पधारेंगे। वे अपनी ओजस्वी और रसमयी वाणी से भक्तों को शिव महिमा का रसास्वादन कराएंगे। उनके साथ विद्वान संजय शास्त्री भी कथा प्रवचन में सहयोग करेंगे। प्रेमाचार्य पीताम्बर महाराज की वाणी में वह शक्ति है जो भक्तों को शिव तत्व की गहराइयों से परिचित कराएगी।
शिव महापुराण कथा का विशेष क्रम
यह सात दिवसीय कथा अनंत शक्तिस्वरूप भगवान शिव की महिमा, उनकी लीलाओं और भक्तों पर होने वाली कृपा को विस्तार से समझाएगी। कथा का आयोजन निम्नलिखित क्रम में होगा:
✅ 6 मार्च – वेदी पूजन एवं शुभारंभ
✅ 7 मार्च – आदि शिवलिंग की उत्पत्ति कथा व शिवलिंग पूजन
✅ 8 मार्च – नारद मोह कथा
✅ 9 मार्च – संध्या देवी की कथा
✅ 10 मार्च – माता पार्वती प्रकट महोत्सव
✅ 11 मार्च – माता पार्वती को पतिव्रता धर्म का उपदेश
✅ 12 मार्च – जालंधर वध कथा
✅ 13 मार्च – पूर्णाहुति एवं महाप्रसाद वितरण
भक्तों के लिए एक दुर्लभ आध्यात्मिक अवसर
शिव महापुराण कथा का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता प्राप्त होगी। इस दौरान श्रद्धालु भगवान शिव की महिमा, उनके आदर्श, भक्ति मार्ग और मोक्ष के महत्व को समझ सकेंगे। कथा के दौरान संगीतमय शिव भजन, शिव तांडव स्तोत्र और विशेष पूजन-अर्चन भी होंगे।
भरखर गांव में इस प्रकार का यह पहला भव्य आयोजन होगा, जिसमें दूर-दूर से भक्तों के आने की संभावना है। आयोजकों द्वारा भक्तों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। भोजन प्रसाद की व्यवस्था, बैठने के लिए भव्य पंडाल और कथा स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है।
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प्रेमाचार्य पीताम्बर महाराज की अमृतवाणी
प्रेमाचार्य पीताम्बर महाराज ने इस अवसर पर कहा:
“भगवान शिव न केवल संहारक हैं, बल्कि सृजन और पालन के भी मूल हैं। वे आदि और अनंत हैं। जब भक्त श्रद्धा से उनका स्मरण करता है, तो सभी बाधाएं स्वयं दूर हो जाती हैं। शिव कृपा से जीवन में सकारात्मकता आती है, दुखों का अंत होता है और मोक्ष का द्वार खुलता है। जो भी इस महापुराण कथा में आएगा, वह अपने जीवन में शिवत्व की अनुभूति करेगा।”
महाप्रसाद वितरण और भंडारे का आयोजन
13 मार्च को पूर्णाहुति के दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी भक्तों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था होगी। शिव महापुराण कथा का यह दिव्य प्रसंग शिवभक्तों के लिए एक अमूल्य आध्यात्मिक अवसर है, जिसमें वे भाग लेकर अपनी भक्ति को और प्रगाढ़ बना सकते हैं।
समाज में धार्मिक चेतना का संचार
इस कथा के माध्यम से समाज में धार्मिक जागरूकता बढ़ेगी और युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म की महत्ता का ज्ञान मिलेगा। यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि शिवत्व की अनुभूति कराने वाला एक महायज्ञ होगा।