लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर आसिफ नसीम को लखनऊ क्राइम ब्रांच ने प्रयागराज में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एसटीएफ ने प्रयागराज में इस कम्पनी के एडिशनल डायरेक्टर मो. जसीम खान को पकड़ा। आसिफ पर पांच लाख रुपये और जसीम पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। आसिफ और उसके भाई सीएमडी राशिद नसीम पर यूपी के हजारों निवेशकों से अरबों रुपये हड़पने का आरोप है। राशिद इस समय दुबई में छिपा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है।
डीसीपी संजीव सुमन ने बताया कि आसिफ नसीम व राशिद नसीम समेत कम्पनी के कई पदाधिकारियों के खिलाफ प्रदेश भर में मुकदमे दर्ज हैं। गोमतीनगर में दर्ज 82 मुकदमों में सीबीआई कोर्ट ने कुछ दिन पहले ही कुर्की का आदेश जारी कर दिया था। इसके बाद से ही कम्पनी के सीएमडी राशिद व एमडी आसिफ की तलाश तेज कर दी गई थी। ये दोनों भाई पांच साल से फरार चल रहे थे। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि दोनों ने दुबई में ठिकाना बना रखा था। कुछ समय पहले ही आसिफ नसीम प्रयागराज स्थित करैली में अपने घर आया था। इस बारे में भनक लगते ही पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने क्राइम ब्रांच व गोमती नगर पुलिस को गिरफ्तारी के लिये लगा दिया था। एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि आसिफ को प्रयागराज में वाराणसी मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया है। जेसीपी नीलाब्जा ने बताया कि आसिफ शाइन सिटी ग्रुप में 49 प्रतिशत का पार्टनर था। बाकी हिस्सा उसके भाई राशिद का है। इस कम्पनी के जरिये दोनों भाइयों ने देश के कई हिस्सों में आफिस खोल लोगों से अरबों रुपयें का निवेश रिएल एस्टेट समेत कई योजनाओं में कराया था। इनके मामलों की जांच ईओडब्ल्यू भी कर रही है। कम्पनी के बंद होने पर शाइन सिटी के कर्मचारी विजलेश ने एक संगठन बनाया था। इस संगठन ने ही हाईकोर्ट इलाहाबाद में एक रिट दाखिल की थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि कम्पनी ने 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। इसमें कंपनी के सीएमडी राशिद नसीम, आसिफ नसीम, उसकी पत्नी सहित करीब 57 कर्मचारी आरोपी बनाये गये।