नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
भारत अब दुश्मन को उसी लहजे में जवाब देने लगा है। भारत ने पांच वर्ष पूर्व सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को कड़ा संदेश दिया है कि कोई भी उसकी सीमाओं में दखल नहीं दे सकता। गोवा में राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को यह चेतावनी दी। कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच शाह का यह बयान काफी मायने रखता है।
गोवा में राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के बाद शाह ने कहा कि यूपीए कार्यकाल में सीमा पार से आतंकी घुसपैठ करते थे और अशांति फैलाते थे। दिल्ली कुछ नहीं करती थी, लेकिन अब भारत उसी भाषा में जवाब देता है, जिसे वे समझते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में की गई सर्जिकल स्ट्राइक महत्वपूर्ण कदम था। हमने संदेश दे दिया था कि भारत की सीमाओं पर कोई अशांति नहीं फैला सकता है। अब भारत आतंकियों की हर गतिविधियों पर मुंहतोड़ जवाब देता है और कड़ा सबक सिखाता है। शाह ने कहा कि सरकार छह साल से अधिक कैद की सजा के प्रावधान वाले अपराध के स्थानों पर फॉरेंसिक दलों के दौरे को अनिवार्य बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमें दुर्दांत अपराधियों के मन में यह डर पैदा करना होगा कि वे सलाखों के पीछे होंगे। इसके लिए आपको फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी जिनकी कमी है।