देहरादून। अनीता रावत
जुम्मे की नमाज की छुट्टी की अधिसूचना की जांच के लिए भाजपा सारी एजेंसियां लगा दे। साथ ही डेनिस इन दिनों उत्तराखंड और दिल्ली में बिक रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वार पर पलटवार करते हुए शनिवार को पूर्व सीएम और कांग्रेस हरीश रावत ने यह बातें कहीं। यह नहीं उन्होंने घसियारी योजना पर सवाल उठाते हुए इसे नारी शक्ति का अपमान बताया।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की नारी शक्ति का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में प्रदेश केगौरव हमारी बेटियों, बहनों को जिस तरह से घसियारी कहकर संबोधित किया वह अपमान है। रावत ने कहा कि हमारी बेटी और बहनें अपने घर के बहुत सारे काम करती हैं। खेतों में काम करती हैं, जानवरों के लिए घास लेकर आती हैं। प्रदेश की बेटी और बहनों ने कई ऊंचाइयों को छुआ है। जो प्रदेश का गौरव बढ़ा रही हैं, लेकिन सरकार उनके लिए घसियारी शब्द का इस्तेमाल कर रही है।
यही नहीं उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के झूठ परोस रहे हैं। देहरादून में उनके भाषण ने भाजपा एवं प्रदेश की जनता को निराश कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री उनकी ओर रंग उछाल रहे हैं, लेकिन उन्होंने भी कह दिया कि होली है। हरीश ने विकास के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री को बहस करने की चुनौती भी दे दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो काम किए हैं उसके आधार पर वह केंद्रीय गृह मंत्री पर भारी पड़ेंगे। हरीश रावत ने यह भी कहा कि भाजपा यह बताए कि कांग्रेस सरकार में शराब यदि जहर थी तो इसे पीकर कितनों की मौत हुई है। जबकि वह बता सकते हैं कि भाजपा सरकार में भगवानपुर में शराब पीकर कितनों की मौत हुई, काशीपुर में कितने मरे, चंडीगढ़ से उत्तराखंड आ रही शराब से कितनों की मौत हुई है। पूर्व सीएम ने कहा कि यदि भाजपा सरकार प्रदेश में बिक रही नकली शराब के लिए माफी नहीं मांग सकती तो कम से कम इससे मारे गए लोगों को मुआवजा तो दे सकती है। उन्होंने स्टिंग के सवाल पर कहा कि भाजपा के भी स्टिंग हुए हैं। इसका आइडिया देने वाले भी भाजपा के हैं।