टोक्यो। नए शोध से पता चला है कि शनि के छल्ले जितने पुराने दिखते हैं, वे असल में और भी पुराने हो सकते हैं। आमतौर पर माना जाता था कि ये 40 करोड़ साल पुराने हैं, लेकिन अब वैज्ञानिकों का मानना है कि ये लगभग अरबों साल पुराने हो सकते हैं। जापान की एक टीम ने बताया कि छल्ले शायद इसलिए साफ दिखते हैं, क्योंकि वे धूल से बचने में सक्षम हैं, न कि केवल युवा होने के कारण। शनि के छल्ले 4.5 अरब साल पुराने हो सकते हैं। पहले माना जाता था कि ये छल्ले युवा हैं, लेकिन नासा के कैसिनी मिशन से मिली जानकारी से वैज्ञानिकों ने पाया कि छल्ले के काले पड़ने का कोई संकेत नहीं था। कंप्यूटर मॉडलिंग से यह पता चला कि माइक्रोमेटियोरोइड्स छल्लों से टकराने के बाद वाष्पित हो जाते हैं, जिससे छल्ले साफ रहते हैं। इस अध्ययन के परिणाम ‘नेचर जियोसाइंस’ में प्रकाशित हुए हैं।’इस शोध के प्रमुख रयुकी ह्योदो के अनुसार, सौरमंडल के शुरुआती वर्षों में बड़े ग्रहों के बीच काफी अव्यवस्था थी, जिससे शनि के छल्लों के बनने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनीं। ह्योदो ने कहा कि इस विकासात्मक इतिहास को देखते हुए, छल्ले शायद शनि के शुरुआती समय में बने थे।