मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में मंगलवार सुबह एक बम धमाके में देश के परमाणु, जैविक और रासायनिक रक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव और उनके सहायक की मौत हो गई। विस्फोटक एक स्कूटर में छिपाकर रखा गया था। यूक्रेन की खुफिया एजेंसी एसबीयू के एक अधिकारी ने दावा किया कि हमले के पीछे एजेंसी का हाथ है। एजेंसी ने किरलोव को युद्ध अपराधी बताया। ये धमाका उस वक्त हुआ, जब वह आवासीय इमारत से बाहर निकल रहे थे। धमाका होते ही अफरातफरी मच गई। रूस की शीर्ष जांच एजेंसी ने कहा कि वह किरिलोव की मौत की जांच कर रही है। रूस के शीर्ष अधिकारियों का दावा है कि धमाके के पीछे यूक्रेन का हाथ है। रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यूक्रेन अपनी सैन्य विफलता से जनता का ध्यान हटाने का प्रयास कर रहा है। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने 16 दिसंबर को किरिलोव पर आरोप लगाया था कि फरवरी 2022 में रूस के हमले के वक्त प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आदेश दिया था। यूक्रेन की सुरक्षा सेवा एसबीयू ने कहा कि उसने फरवरी 2022 से अबतक युद्ध के मैदान में रासायनिक हथियारों, विशेष रूप से के-1 लड़ाकू ग्रेनेड के 4,800 से अधिक बार इस्तेमाल किए जाने को दर्ज किया है। एसबीयू ने उनके खिलाफ आपराधिक जांच शुरू की, जिसमें उन पर प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का निर्देश देने का आरोप लगाया गया है। किरिलोव पर ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा सहित कई देशों ने प्रतिबंध लगाए थे।