वाशिंगटन। रूस अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों की तैनाती की तैयारी कर रहा है। यह दावा शुक्रवार को अमेरिका ने किया। वह ऐसे हथियार विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। हालांकि कहा गया कि इससे परेशान होने की जरूरत फिलहाल नहीं है, क्योंकि इसे अभी तैनात नहीं किया गया है।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि रूस की ये विशेष क्षमता परेशान करने वाली है। हम इस रूसी गतिविधि पर करीब से नजर रख रहे हैं। किर्बी ने कहा कि रूस का अभियान जमीन पर हमला करने से जुड़ा नहीं है। इस एंटी-सेटेलाइट न्यूक्लियर हथियारों से जमीन पर कोई खतरा नहीं है, लेकिन यह उपग्रह सिस्टम को नष्ट करने में सक्षम होगा। माना जा रहा है कि रूस इसपर महीनों से काम कर रहा है। मामले को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडन को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने ऐसी टीम का गठन किया है, जो रूस के अभियान पर नजर रखेगी। टीम रूस के राजनयिकों से भी इस बारे में चर्चा करेगी, वहीं अमेरिका के कुछ सांसदों ने रूस के इस अभियान को जो बाइडन से सार्वजनिक करने की मांग की है। इंटेलिजेंस पर सीनेट चयन समिति के अध्यक्ष मार्क वार्नर और उपाध्यक्ष मार्को रुबियो ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे शुरू से ही इस मुद्दे पर गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इस तरह के हथियार अंतरिक्ष में उपग्रहों, स्पेस स्टेशन को तबाह कर सकते हैं। जिससे किसी भी देश की व्यवस्था, संचार तकनीक आदि तबाह हो सकती है। इनमें कुछ हथियार ऐसे हैं जो अंतरिक्ष से पृथ्वी पर हमला करने में भी सक्षम है। अमेरिका और रूस समेत कई देश इस तरह के हथियारों पर काम कर रहे हैं। अमेरिका ने अपने साझेदार यूरोपीय देशों को भी इन संभावित हथियारों को लेकर आगह किया है। कहा है कि यूरोप में रूस इन हथियारों की अंतरिक्ष में तैनाती कर सकता है। इन हथियारों का इस्तेमाल पश्चिमी देशों के उपग्रहों के खिलाफ किया जा सकता है। ज्ञात रहे कि अंतरिक्ष में तैनात परमाणु हथियार के हमले को रोकने की क्षमता दुनिया में किसी भी देश के पास नहीं है।अंतरिक्ष में रूसी परमाणु क्षमता को लेकर अमेरिकी दावे को रूस ने सिरे से खारिज कर दिया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि व्हाइट हाउस किसी भी तरह से अमेरिकी संसद को धन आवंटित करने के विधेयक पर मतदान करने के लिए उकसाने की कोशिश कर रहा है ।