नई दिल्ली। टीएलआई
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां लेकर सिख संगत हिंदुस्तान पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन और भाजपा नेता आरपी सिंह ने एक-एक गुरु ग्रंथ साहिब को ग्रहण किया। वह अपने सिर पर रखकर इन्हें दिल्ली हवाईअड्डे से बाहर लेकर आए। उन्हें दिल्ली के महावीर नगर गुरुद्वारे लेकर जाया गया। वहीं विमान से 25 भारतीय नागरिकों सहित 78 लोगों भी विमान से मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। इनमें 46 अफगान सिख और हिन्दू भी शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि धर्म की इज्जत करना इंसान का कर्म है और हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अभी तक 228 भारतीय नागरिक अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिन 228 भारतीयों को स्वदेश सुरक्षित लाया गया है, उनमें 77 सिख समुदाय के लोग भी शामिल हैं। पुरी ने इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा कि सिख जत्थों ने लोगों की सेवा की है। गुरुनानक देव ने जो सेवा करने की शिक्षा दी है, आज पूरा सिख समुदाय उसको मानता है। उधर मिली जानकारी के अनुसार एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई 1956 काबुल से वाया दुशांबे होते हुए दिल्ली पहुंची। इसमें कुल 78 यात्री सवार थे। जिसमें करीब 25 भारतीय नागरिक शामिल थे। आए लोगों ने हवाईअड्डे पर जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल और वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतह के नारे लगाए। गुरु ग्रंथ साहिब के साथ तीन सेवादार भी आए। सेवादार सरदार धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक काबुल के गुरुद्वारे में पावन गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी होने का खतरा था। जिसके बाद इन्हें दिल्ली लाया गया है।