ढाका। बांग्लादेश में एक बार फिर विरोध-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया। मंगलवार देर रात सैकड़ों प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास के बाहर एकत्र हुए और परिसर में घुसने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया। पुलिसकर्मियों समेत 30 लोग घायल हैं।
दरअसल, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शाहबुद्दीन ने एक बयान दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के लिखित दस्तावेज नहीं हैं, उनका इस्तीफा गैर कानूनी प्रतीत होता है। इस बयान को लेकर हसीना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले छात्र संगठनों में गुस्सा है। छात्र, राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। देर रात सैकड़ों छात्र राष्ट्रपति आवास के बाहर एकत्र हुए और बैरियर तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने स्टन ग्रेनेड दागे और हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के डिप्टी कमिश्नर तालेबुर रहमान ने बुधवार को कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कम से कम 25 पुलिस अधिकारियों को घायल कर दिया, नौ का अभी भी इलाज चल रहा है। स्थिति अब शांत है, और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है। पुलिस अधिकारी मोहम्मद फारुक ने बताया कि ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पांच अन्य लोगों का इलाज किया गया। इनमें तीन प्रदर्शनकारी और दो पत्रकार शामिल हैं।