हल्द्वानी। सरोवरनगरी के प्रवेश द्वार से महात्मा गांधी की प्रतिमा हटाने का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों का सोमवार को गुस्सा फूट पड़ा। यहां कांग्रेस समेत अन्य दल एवं संगठनों से जुड़े लोगों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रतिमा हटाने का विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन ऐतिहासिक धरोहरों को खुर्द-बुर्द करने का काम कर रहा है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और विरोध में उतरे लोगों से वार्ता की लेकिन इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। विरोध में उतरे लोगों ने ऐलान किया कि तल्लीताल स्थित डांठ चौराहे पर लोनिवि ने जो निर्माण कार्य किया है, उसे तोड़ दिया जाएगा।
तल्लीताल डांठ चौराहे पर चल रहा चौड़ीकरण का यह कार्य शुरुआत से ही विवादों से घिर गया है। लोक निर्माण विभाग चौराहे के चौड़ीकरण के तहत यहां निर्माण कार्य कर दिया है। अब विभाग झील की ओर गांधी प्रतिमा के समीप दीवार बना रहा है। साथ ही गांधी प्रतिमा को यहां से अन्यत्र शिफ्ट करने की भी कवायद शुरू की जा रही है। इसके विरोध में बीते शनिवार एवं रविवार को महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य तोड़ दिया था। सोमवार को भी कांग्रेस की वरिष्ठ कार्यकर्ता मुन्नी तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने तल्लीताल चौराहे पर पूर्व घोषित धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान यहां कई संगठनों से जुड़े लोग भी पहुंच गए। सभी ने एक स्वर से गांधी प्रतिमा शिफ्ट करने का विरोध किया। इस दौरान जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारी गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए। यहां हुई सभा में मुन्नी तिवारी ने कहा कि यदि यहां से गांधी प्रतिमा को हटाया गया, तो वह आत्मदाह करेंगी। डांठ में भीड़ जमा देखकर एसपी ट्रैफिक एवं क्राइम हरबंश सिंह के नेतृत्व में पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गया। इसके बाद शाम को संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, एसडीएम प्रमोद कुमार और लोनिवि के अधिशासी अभियंता रत्नेश कुमार सक्सेना ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। वार्ता का यह दौर काफी देर चला लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। बुधवार को एक बार फिर वार्ता होगी। फिर भी कोई निष्कर्ष नहीं निकलने पर आंदोलन तेज करने का प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया है।
प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष मुकेश जोशी मंटू, व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन सिंह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. सरस्वती खेतवाल, कमला कुंजवाल, भावना भट्ट, खष्टी बिष्ट, डॉ. रमेश पांडे, शाकिर अली, अमन महिंद्रा, दीपक रुवाली, मोहन कांडपाल, राजेंद्र व्यास, सूरज पांडे आदि शामिल रहे।