नई दिल्ली।
कैलिफॉर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने रेडिएशन स्टीरियोटेक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी के जरिये प्रोस्टेट कैंसर के उपचार का दावा किया है।
शोधकर्ताओं की टीम में एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं। प्रॉस्टेट कैंसर के कम और मध्यावधि खतरे से जूझ रहे पुरुष अब अधिक रेडिएशन के जरिये सुरक्षित और आसान इलाज करा सकेंगे। शोधकर्ताओं की मानें तो इस किस्म की रेडिएशन स्टीरियोटेक्टिक बॉडी रेडियोथेरेपी, एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरेपी का ही एक प्रकार है। यह इलाज कम समय में भी होगा। इसमें इलाज की अवधि घटकर 45 दिन से चार-पांच दिन होगी। सबसे जरूरी बात उपचार की इस विधि का कोई जहरीला दुष्प्रभाव भी नहीं देखा गया। शोधकर्ताओं का कहना है कि नई तकनीक से इलाज के परिणाम उतने ही सफल देखे गए, जितने लंबी अवधि वाले प्रॉस्टेट कैंसर के इलाज से आते हैं।