हल्द्वानी। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में निलंबित पादप रोग विज्ञान विभाग, कृषि महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सत्य कुमार को बर्खास्त कर दिया। प्रबंध परिषद ने बीती 15 अक्तूबर को हुई विवि की जांच कमेटी और सैक्सुअल हैरेसमेंट एण्ड जेंडर जस्टिस समिति की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया। बुधवार को कुलपति की तरफ से डॉ. सत्य कुमार की सेवा समाप्ति के आदेश जारी हुए। जानकारी के अनुसार, एमएससी द्वितीय वर्ष पादप रोग विज्ञान की छात्राओं ने बीती 26 जुलाई को प्राध्यापक डॉ. सत्य कुमार पर छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए थे। मामले में कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने आरोपी डॉ. सत्य कुमार को 29 जुलाई को निलंबित कर विवि के पौड़ी स्थित जागधार कैंपस में संबद्ध कर दिया था।
पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर गठित जांच कमेटी की आख्या में आरोपी प्रोफेसर डॉ. सत्य कुमार को प्रारंभिक जांच में दोषी पाते हुए इस मामले की रिपोर्ट प्रबन्ध परिषद को भेज दी।
प्रबन्ध परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय की सैक्सुअल हैरेसमेंट एण्ड जेंडर जस्टिस समिति की जांच रिपोर्ट का भी संज्ञान लिया गया। समिति ने जांच के बाद शिकायतकर्ता छात्राओं के आरोपों को सैक्सुअल हैरेसमेंट की श्रेणी में माना। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विवि में यदि किसी छात्रा के साथ दुर्व्यवहार की घटना होती है तो अन्य छात्राओं में भी असुरक्षा का भाव उत्पन्न कर सकती है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति को कठोरता से रोका जाना जरूरी है। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए प्रबन्ध परिषद ने सर्वसम्मति से डॉ. सत्य कुमार प्राध्यापक पादप रोग विज्ञान को विवि सेवाओं से तत्काल बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं।