लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
वाराणसी पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को अलग ही अंदाज में नजर आईं। सोनभद्र के उभ्भा कांड से लेकर लखीमपुर खीरी कांड की चर्चा करते हुए प्रियंका गांधी ने काशी से पार्टी के मिशन-2022 के रूप में यूपी में परिवर्तन का शंखनाद किया। यही नहीं कांग्रेस महासचिव ने भाषण की शुरुआत भ्ज्ञी दुगा्र स्तुति से की। वाराणसी में कांग्रेस की ओर से आयोजित किसान न्याय यात्रा में प्रियंका ने कहा कि आइए कंधा से कंधा मिलाकर हमारा साथ दीजिए। जनता ने केंद्र और प्रदेश सरकार से न्याय की उम्मीद छोड़ दिया है।
वाराणसी के जगतपुर इंटर कॉलेज में रविवार को आयोजित किसान न्याय यात्रा में शामिल होने से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। बाबा के दर्शन पूजन के बाद प्रियंका अन्नपूर्णा मन्दिर भी गईं और वहां चुनरी चढ़ाकर मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद लिया। पूजा अर्चना करने के बाद सभा को संबोधित करने पहुंची प्रियंका गांधी केंद्र और राज्य सरकार पर हमलावर दिखीं। प्रियंका गांधी ने सोनभद्र के उम्भा कांड के जिक्र से ही अपने भाषण की शुरुआत की। साथ ही प्रियंका ने उन्नाव, हाथरस और लखीमपुर कांड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल दिया और सरकार उसे बचाने में लगी रही। प्रियंका ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह आक्रमणकारी सरकार है। कोरोना में जनता त्रस्त थी और सरकार ने मदद नहीं की। लोगों ने मदद मांगी तो सरकार ने उनपर आक्रमण कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह आजादी का महोत्सव देखने लखनऊ तक आए लेकिन दो घंटे की दूरी पर लखीमपुर नहीं गए। प्रियंका ने कहा कि इस सरकार में सिर्फ प्रधानमंत्री, उनके मंत्रीमंडल के सदस्य, सत्ताधारी दल के लोग और प्रधानमंत्री के खरबपति मित्र ही सुरक्षित हैं।