लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
22 हजार करोड़ की परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों 16 नवंबर को लोकार्पण होना है। कूरेभार ब्लॉक के अरवल कीरी गांव में लोकार्पण के लिए मंच बनाया जायेगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को भी यहां पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान किसानों को चिह्नित कर मुआवजा देने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
लखनऊ से गाजीपुर तक 340 किलोमीटर की दूरी तक 22494.66 करोड़ रुपए की धनराशि से बनाए गए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे व हवाई पट्टी का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कराए जाने को लेकर कूरेभार के अरवल कीरी में तैयारी शुरू कर दी गई हैं। मंच के लिए 150 गुणा 600 वर्ग मीटर का क्षेत्रफल भी निर्धारित किया गया है। मंच के बगल वीआईपी लाबी की जगह भी निर्धारित कर दी गई है। इसके साथ ही 10 किलोमीटर की परिधि के अंदर बाहर से आकर रहने वालों का भी सत्यापन कराया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मंच के आसपास खेतों में लहलहा रही कच्ची व पक्की फसलों को तत्काल किसानों को मुआवजा देकर कटवाई जा रही है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकापर्ण कार्यक्रम को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह एवं यूपीडा सीईओ अवनीश अवस्थी ने कूरेभार के अरवरल कीरी गांव में डेरा डाल दिया है। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता व पुलिस अधीक्षक डॉ.विपिन कुमार मिश्रा ,सीडीओ अतुल वत्स ने भी प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के साथ लगातार निगरानी कर रहे हैं। कूरेभार संवाद के अनुसार रविवार को कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई का काम जारी रहा। प्रधानमंत्री का आगमन कूरेभार क्षेत्र के अरवल कीरी करवत गांव के पास यूपीडा कैंप कार्यालय के सामने होगा। यहीं से वे उद्घाटन करेंगे। रविवार की सुबह नौ बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किए जाने के निर्देश दिए और कार्यक्रम स्थल का भी निरीक्षण किया । इसी तरह जयसिंहपुर उप जिलाधिकारी अरविंद कुमार, तहसीलदार, हृदयराम तिवारी व यूपीडा के जेई आरपी सिंह भी कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे। यूपीडा कैंप कार्यालय के सामने बनने वाले मंच की तैयारियों को लेकर किसानों की बोई गई धान व गन्ने की फसल कट गई है। जमीन को समतल करने का कार्य शुरू हो गया। टेंट हाउस के कर्मचारियों ने मंच के लिए नाप-जोख भी शुरू कर दी है।