अयोध्या। श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को आएंगे। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने यह जानकारी दी है। उधर शनिवार को एनएसजी के अफसरों ने महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक करके पीएम की सुरक्षा का खाका खींचा। इसके बाद एनएसजी टीम ने मंदिर परिसर का भी बारीकी से निरीक्षण किया। अयोध्या में 25 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों की तैनाती गई। साथ ही शाम आठ बजे जिले की सीमाएं सील कर दी गई।
सरयू नदी में सुरक्षाकर्मी के लिए जल पुलिस के कर्मचारी तैनात हैं। साथ की ड्रोन कैमरों के जरिए भी नजर रखी जा रही है। रामपथ पर शनिवार शाम पांच पांच बजे बम निरोधक दस्तों के साथ एनएसजी कमांडों ने रूट मार्च किया। वहीं, रामघाट, लता मंगेशकर चौक, हनुमानगढ़ी समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर पुलिस के अफसर जवानों के साथ खुद निगरानी करते नजर आए। नगर में चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। सिर्फ पास वाले वाहनों को अयोध्या में प्रवेश दिया गया। पूरे क्षेत्र में आरएएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ समेत अन्य पैरामिलिट्री फोर्स के जवान निगरानी में लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक संसाधनों की तैनाती की गई। सरयू नदी में कई स्टीमर पर जल पुलिस की तैनाती कर गई है। एसपीजी और एनएसजी के अधिकारियों ने रामजन्मभूमि परिसर सहित अन्य कई महत्वपूर्ण स्थानों पर एजेंसी के लोगों की तैनाती कर दी है।
यातायात विभाग पूरी अयोध्या को नौ जोन में विभाजित कर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाया है। वाहन पार्किंग के लिए जगह-जगह स्थल बनाये गए हैं। पांच कंपनी एटीएस के कमांडो सभी संवेदनशील स्थानों पर हैं। ड्रोन कैमरों के माध्यम से लोगों की छतों पर भी निगरानी की जा रही है। नगर में वाहनों का प्रवेश शनिवार की शाम से प्रतिबंधित कर दिया गया है। आवागमन प्रतिबंधित करने के लिए नगर की सीमाओं सहित अंदर के क्षेत्र में बैरियर लगा दिए गए हैं। अब मार्ग पर केवल पुलिस और पत्रकार को चलने की अनुमति होगी। होटल और धर्मशाला में बाहरी व्यक्तियों के रुकने पर पाबंदी लगा दी गई है। कमिश्नर गौरव दयाल के मुताबिक अब केवल प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में आमंत्रित व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति होगी।