लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
भाजपा के 22 प्रकोष्ठों की जारी सूची में 2022 की सियासी राणनीति की साफ झलक देखने को मिल रही है। इन प्रकोष्ठों में वेस्ट यूपी से लेकर पूर्वांचल तक को प्रमुखता से जगह दी गई है।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को कानून एवं विधि प्रकोष्ठ, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ, व्यवसायिक प्रकोष्ठ तथा चिकित्सा प्रकोष्ठ सहित सभी 22 प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजक और सह संयोजक की सूची जारी की। गाजियाबाद के श्रीचन्द शर्मा (एमएलसी) को शिक्षक प्रकोष्ठ तथा गोरखपुर के जयप्रकाश निषाद (सांसद) को मछुआरा प्रकोष्ठ के संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है।लखनऊ के प्रशांत अटल को कानून एवं विधि प्रकोष्ठ का संयोजक, कानपुर के अनिल कुमार मिश्र को प्रबुद्ध प्रकोष्ठ, कुशीनगर के ओपी मिश्रा को व्यवसायिक प्रकोष्ठ, देवरिया के डा. अभय मणि त्रिपाठी को चिकित्सा प्रकोष्ठ, लखनऊ के सुधीर हलवासिया को आर्थिक प्रकोष्ठ, मेरठ के विनीत अग्रवाल शारदा को व्यापार प्रकोष्ठ, बुलंदशहर के डीके शर्मा को सहकारिता प्रकोष्ठ, सहारनपुर के कर्नल राजीव रावत को पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ, कानपुर के रवि सतीजा को सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, भदोही के आरडी पाल को बुनकर प्रकोष्ठ, गाजियाबाद के श्रीचन्द शर्मा एमएलसी को शिक्षक प्रकोष्ठ, गोरखपुर के रमेश सिंह को पंचायत प्रकोष्ठ, गोरखपुर के जयप्रकाश निषाद (सांसद) को मछुआरा प्रकोष्ठ, मेरठ के अमित अग्रवाल को स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ, देवरिया के संदीप शाही को एनजीओ प्रकोष्ठ, सहारनपुर के केएल अरोड़ा को वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ, मुजफ्फरनगर के कुश पुरी को लघु उद्योग प्रकोष्ठ, कानपुर के दीवाकर मिश्रा को शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ, लखनऊ के राजेश सिंह को प्रवासी सम्पर्क प्रकोष्ठ, बाराबंकी के अजीत सिंह को रेहड़ी-पटरी व्यवसाय प्रकोष्ठ, कानपुर के भूपेश अवस्थी को श्रम प्रकोष्ठ तथा वाराणसी के उत्तम ओझा को दिव्यांग प्रकोष्ठ का संयोजक बनाया है।