हल्द्वानी। अनीता रावत
एंबुलेंस सेवा 108 की लापरवाही के कारण रामगढ़ क्षेत्र में गर्भस्थ शिशु ने अपनी मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया। परिजन किसी तरह पीड़िता को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बमुश्किल उसकी जान बचाई।
रामगढ़ के हरिनगर क्षेत्र की रहने वाली तारा को रविवार रात करीब नौ बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई। पति दीपक चंद्र ने मदद के लिए 108 एंबुलेंस सेवा को फोन किया। उन्हें बताया गया कि एक घंटे के भीतर एंबुलेंस पहुंच रही है। दीपक चंद्र के अनुसार, एक घंटे बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची तो उन्होंने दोबारा फोन किया। इस बार बताया गया कि एंबुलेंस नहीं आ रही है। उसका टायर पंक्चर हो गया है। इसके बाद दीपक चंद्र ने किसी तरह निजी वाहन का इंतजाम कर पत्नी को रामगढ़ स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ.गौरव कांडपाल ने बताया कि जब प्रसूता को लाया गया, गर्भस्थ शिशु मां के पेट की नाल में बुरी तरह से फंसा हुआ था। समय से इलाज नहीं मिलने से उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि अब प्रसूता की तबीयत ठीक है। परिजनों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर दर्ज करवाई है। सीएमओ डा. भागीरथी जोशी का कहना है कि रामगढ़ का मामला संज्ञान में आया है। उसकी जांच कराई जा रही है। कुकना गांव में युवक की मौत की जानकारी नहीं है।