हल्द्वानी। अनीता रावत
गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों में पुलिस के परिजनों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। पुलिस विभाग में ग्रेड पे कटौती के खिलाफ पहली बार पुलिस परिवारों ने रविवार को सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान मंत्रियों के आश्वासन और आला अधिकारियों की अपील भी ठुकरा दी। उनके प्रदर्शन में कर्मचारी संगठन, राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
पुलिस परिवार की महिलाओं ने रुद्रपुर में भी स्थानीय गांधी पार्क में धरना दिया। दौरान धरना स्थल पर महिलाओं को समझाने आए आधिकारी और विधायक की महिलाओं से तीखी नोक झोंक हो गई। विधायक राजकुमार ठुकराल ने धरना स्थल पर पहुंच 27 जुलाई तक मामले का निस्तारण करने का आश्वासन दिया, लेकिन महिलाओं ने विधायक की बातों को हवाहवाई बताकर धरने को जारी रखा। इस दौरान एएसपी काशीपुर प्रमोद कुमार, सीओ सिटी अमित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर डटे रहे। महिलाओं ने आरोप लगाया कि शनिवार देर रात पुलिस अधिकारियों ने फोन कर उन्हें धरने से दूर रहने को कहा। साथ ही रविवार सुबह पुलिस लाइन और पीएसी के भी गेट बंद रखे गए। धरने पर बैठी महिलाओं को काशीपुर से आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी समर्थन देने के लिए पहुंचे थे। लेकिन महिलाओं ने राजनीतिक पार्टियों का सहारा लेने से साफ इंकार कर दिया। वहीं देहरादून में प्रदर्शन की अनुमति न होने के बावजूद, रविवार सुबह बारिश के बीच पुलिस परिवारों की 70 से 80 महिलाएं गांधी पार्क के बाहर जमा होकर नारेबाजी करने लगी। इस दौरान कांग्रेस सेवादल के लोगों ने राष्ट्रगान गाकर उनका हौसला बढ़ाया। थोड़ी देर में विभिन्न कर्मचारी संगठनों के साथ ही युवक कांग्रेस, यूकेडी और आंदोलनकारी संगठनों के जुटने से गांधी पार्क के बाहर मुख्य रोड जाम हो गई। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान और एसपी ट्रैफिक स्वप्न किशोर ने लोगों को हटवा कर ट्रैफिक सुचारू करवाया। पूरे घटनाक्रम पर पल पल आला अधिकारियों की नजर बनी रही। हालांकि राहत की बात यह रही कि प्रदर्शन मुख्य तौर पर शांतिपूर्वक रहा, साथ ही पुलिस कर्मियों की सीधी उपस्थिति इसमें नहीं रही। दोपहर बाद तीन बजे धरना समाप्त हुआ। प्रदेश के शेष जिलों में भी इस तरह का प्रदर्शन सामने नहीं आया।