लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
दशहरे पर सात नई कंपनियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। कानपुर में सात में से तीन कंपनियों के मुख्यालय बनाए गए हैं। यहां तीनों मुख्यालयों में पीएम के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसमें सेना के वरिष्ठ अफसरों, जिले के दोनों सांसदों, मंत्रियों और प्रशासनिक अफसरों को भी आमंत्रित किया गया है।
शहर की सबसे पुरानी आयुध उपस्कर निर्माणी (ओईएफ), आयुध निर्माणी कानपुर (ओएफसी), फील्डगन फैक्टरी, आयुध पैराशूट निर्माणी (ओपीएफ) और लघु शस्त्र निर्माणी (एसएएफ) 14 अगस्त से कंपनियों में तब्दील हो गईं। इन सभी का पंजीकरण रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज कानपुर में कराया गया है। कानपुर को नए बदलाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है। यहां स्थापित तीन मुख्यालयों का नियंत्रण शहर की पांचों फैक्टरियों समेत देश की 13 फैक्टरियों में रहेगा। दशहरे पर पीएम के संबोधन के साथ ही सभी फैक्टरियों के नाम भी औपचारिक रूप से बदल जाएंगे। आठ निर्माणियों को मिलाकर बनी एडवांस वेपन एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड का मुख्यालय कानपुर है। इसमें ओएफसी, फील्डगन और एसएएफ समेत पांच अन्य आयुध निर्माणी शामिल हैं। इसकी कुल पूंजी 15 हजार करोड़ रुपये है। चार आयुध निर्माणियों को मिलाकर बनी कंपनी का नाम ट्रुप कम्फर्ट लिमिटेड रखा गया है। इसमें ओईएफ भी है। कुल पूंजी 4000 करोड़ रुपये है। पैराशूट फैक्टरी अब ग्लाइडर्स इंडिया के नाम से जानी जाएगी। ग्लाइडर्स की पूंजी 200 करोड़ रुपये है। राजेश चौधरी वेपन एंड इक्विपमेंट कानपुर, वीके तिवारी को पैराशूट कानपुर और संतोष कुमार सिन्हा को ट्रुप कम्फर्ट का सीएमडी बनाया गया है।