प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संगम में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के इस पावन संगम में स्नान के बाद उन्होंने देशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की। इस विशेष क्षण को साझा करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला।”
संगम तट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच प्रधानमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन-अर्चन किया। उन्होंने गंगाजल, दूध और पुष्पों से मां गंगा का अभिषेक किया और विशेष रूप से चुनरी व फल अर्पित किए। स्नान के दौरान प्रधानमंत्री काली लोअर और भगवा स्वेटशर्ट में नजर आए, जबकि पूजन के समय उन्होंने सफेद पायजामा, काले कुर्ते और जैकेट के साथ हिमाचली टोपी पहनी हुई थी।

प्रधानमंत्री ने अपनी अगली पोस्ट में लिखा, “महाकुंभ में आस्था, भक्ति और अध्यात्म का अद्भुत संगम हर किसी को अभिभूत कर रहा है।” उन्होंने संगम में स्नान को एक “दिव्य जुड़ाव का क्षण” बताते हुए कहा कि “मां गंगा सभी को शांति, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और सद्भाव का आशीर्वाद दें। प्रधानमंत्री का आगमन सुबह करीब 10 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर हुआ, जहां से वे हेलीकॉप्टर द्वारा डीपीएस हेलीपैड पहुंचे। वहां से अरैल घाट होते हुए वे स्टीमर के जरिए संगम स्नान के लिए पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे समय उनके साथ रहे। पीएम मोदी ने भीष्म अष्टमी के पावन दिन संगम स्नान किया, जो कि महाभारत के महान योद्धा भीष्म पितामह के देहत्याग से जुड़ा है। इसके साथ ही इस समय गुप्त नवरात्रि भी चल रही है, जिसे देवी आराधना और पूर्वजों के तर्पण के लिए विशेष माना जाता है। प्रधानमंत्री की मौजूदगी के बावजूद आम श्रद्धालुओं को संगम स्नान करने की पूरी स्वतंत्रता दी गई

, जिससे कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ। गंगा तट पर मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने ‘हर-हर गंगे’ के जयकारे लगाए और पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। गौरतलब है कि पीएम मोदी पिछले साल 13 दिसंबर को प्रयागराज आए थे और उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों के तहत 5500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण किया था। इनमें अक्षयवट, सरस्वती कूप, बड़े हनुमान मंदिर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर जैसी प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। महाकुंभ का यह विशेष आयोजन दुनियाभर से आए श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव बन रहा है, और प्रधानमंत्री मोदी का संगम स्नान इस भव्य उत्सव को और खास बना गया।