देहरादून। अनीता रावत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ, बद्रीनाथ और उत्तराखंड के प्रति विश्वास और प्यार इतना है कि वह स्वयं उत्तराखंड के विकास की मॉनीटरिंग करते हैं। यह बातें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरिद्वार में आयोजित संतों से आशीर्वाद कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने सभी राज्यों में भाजपा का कमल खिले ऐसा आशीर्वाद संतों से मांगा। संतों ने भी उन्हें आशीर्वाद दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फूल मालाओं और शॉल ओढाकर संतों का स्वागत किया।
दो दिवसीय अपने प्रवास के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संतों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। रविवार को आयोजित आशीर्वाद कार्यक्रम में नड्डा ने कहा कि संतों का समागम जहां हो वह स्थान तीर्थ स्थान बन जाता है। जेपी नड्डा ने कहा कि लंबे समय से भारत में धारा 370 के कारण मुख्य धारा में जम्मू कश्मीर शामिल नहीं था। कहा कि इसको खत्म करने के लिए कठिनाइयां थी। प्रधानमंत्री मोदी की इच्छा शक्ति और अमित शाह की रणनीति ही थी जिसने धारा 370 को धाराशाही किया। नड्डा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में केंद्रीय कानून संसद में पारित होने के बावजूद लागू नहीं होते थे। वहां की महिलाओं को उत्पीड़न से रक्षा, संपत्ति पर अधिकार, राजनीतिक आरक्षण नहीं था वो भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया। कहा कि प्रधानमंत्री ने राम मंदिर का सपना भी पूरा किया। कहा कि जो हमारे सिख भाई जो प्रताडित होकर निकाले गए थे। शरण ले रहे थे। उन्हें भारतीय संविधान से वंछिच्छ किया गया था। इन लोगों को मुख्य धारा में शामिल करने का काम प्रधानमंत्री ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखंड के प्रति कितना विश्वास और प्यार है यह किसी ने छिपा नहीं है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री केदारनाथ आये और वहीं रुके। भगवान की भक्ति में लीन रहे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की सरकार तत्काल समाधान करती है। प्रदेश की भाजपा सरकार समाज के प्रति संवेदनशील है। कहा कि संतों का आशीर्वाद भाजपा को हमेशा मिला है। उन्होंने संतों से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि भारत में कोई ऐसा प्रदेश न हो जहां कमल न खिले। ऐसा आशीर्वाद मिले। जिससे सभी प्रदेश में भाजपा का झंडा लहराये। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, सहप्रभारी रेखा वर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी संतों का स्वागत किया।