लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
प्रधानमंत्री मंगलवार को लखनऊ में ‘न्यू अर्बन इंडिया कान्क्लेव’ का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गरीबों को आवास समेत हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने कहा कि पहले गरीबों के लिए घर बनाने के काम में लगातार अड़ंगा लगा रही थी। उनकी सरकार ने इसी कार्यकाल में तीन करोड़ परिवारों को लखपति बनाया है। योगी सरकार ने नौ लाख गरीबों को पक्के आवास दिए हैं। पिछली सरकार में बिजली सुविधा का नहीं बल्कि सियासत का टूल बन गई थी। अब बिजली सबको सब जगह एक समान मिल रही है। गांव की सड़क अब किसी सिफारिश की मोहताज नहीं है। जनता पहले की सरकारों व योगी सरकार के इस अंतर को अच्छी तरह समझती है।
पीएम मोदी ने अखिलेश यादव की सपा सरकार का नाम लिए बगैर कहा कि मुझे वह दिन भी याद आते हैं जब तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश घरों के निर्माण के मामले में आगे नहीं बढ़ रहा था। वर्ष 2017 से पहले से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उत्तर प्रदेश के लिए 18 हजार घरों की स्वीकृति दी गई थी लेकिन उस सरकार ने 18 घर भी बना कर नहीं दिए। पैसा था, घरों की स्वीकृति भी थी लेकिन तब वे लोग इसमें लगातार अड़ंगा डाल रहे थे। उनका यह कृत्य राज्य के लोग कभी नहीं भूल सकते। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश की जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है, वह योगी जी के नेतृत्व में तेजी से पूरी होंगी। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के नाम मकान होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पीएम आवास में 80 फीसदी मालिकाना हक महिलाओं का है या फिर वे ज्वाइंट ओनर हैं। किसी भी परिवार में जाइए, मकान, खेत ,स्कूटर सब पति या बेटे के नाम पर हैं। मां-महिला के नाम कुछ भी नहीं होता था। उन्होंने योगी की तारीफ करते हुए कहा कि योगी सरकार ने महिलाओं को मकान की रजिस्ट्री पर दो फीसदी की छूट देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ महानुभाव पूछते हैं कि मोदी ने किया क्या…आज पहली बार ऐसी बात बताना चाहता हूं। इसे सुनने के बाद मेरे विरोधी जो दिन रात मेरा विरोध करने में अपनी ऊर्जा खपाते हैं, मुझ पर टूट पड़ेंगे। जो साथी झुग्गी झोपड़ी में जिंदगी जीते थे, ऐसे तीन करोड़ परिवारों को इसी कार्यकाल में एक ही योजना से लखपति बनने का अवसर मिल गया है। आप लोग सोचेंगे कि मैं इतना बड़ा दावा किस आधार पर कर रहा हूं। इस देश में मोटा-मोटा अंदाजा करें तो 30 करोड़ परिवार हैं। लखपति बनना अपने-आप में बहुत बड़ी बात है। पीएम आवास योजना में देश में तीन करोड़ घर बने हैं। उनकी कीमत का अंदाज़ा लगा लीजिए, ये लोग लखपति हैं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में पहले की सरकारों में जो बनते थे उसमें मटेरियल खराब व एलाटमेंट में हेराफेरी होती थी। जब आपने मुझे देश की सेवा का दायित्व दिया तो ईमानदारी से काम करने की कोशिश की है। देश में शहरी आवास योजना में सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे। इसमें भी सिर्फ आठ लाख मकान ही बनाए गए। वर्ष 2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना में 1.13 करोड़ घर निर्माण की मंजूरी दी। कहां 13 लाख और कहां एक करोड़ 13 लाख…। एक पत्थर जोड़कर इमारत तो बन सकती है..उसे घर नहीं कह सकते। घर तब कहते हैं, जब परिवार का सपना उससे जुड़ रहा हो। जब परिवार का हर सदस्य सपना पूरा करने के लिए जूझ रहा हो। पहले तो 15 वर्ग मीटर के भी मकान बन जाते थे। वर्ष 2014 के बाद हमारी सरकार ने घरों के क्षेत्रफल को लेकर भी साफ नीति बनाई। तय किया कि 22 वर्ग मीटर से छोटा कोई भी घर नहीं बनेगा।