ढाका। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन करने पर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंदू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने चेरागी पहाड़ चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लोगों ने जुलूस भी निकाला। इस दौरान उन्होंने तत्काल उनकी रिहाई की मांग की। वहीं, हिंदू समुदाय के एक वर्ग ने ढाका के शाहबाग चौराहे पर जाम लगा दिया। इससे पहले चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनको राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त रेजाउल करीम मलिक ने कहा कि जासूसों की एक टीम ने चटगांव में दर्ज एक मामले के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया है। इस्कॉन कृष्ण मंदिर की प्रबंध समिति के सदस्य स्वतंत्र गौरांग दास ब्रह्मचारी ने बताया कि चिन्मय फ्लाइट पकड़ने के लिए दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गए थे। उनके निजी सहायक से मुझे पता चला कि सादे कपड़ों में आए कुछ लोगों ने उन्हें हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार से उठा लिया। उन्हें ढाका के मिंटो रोड स्थित डीबी कार्यालय ले जाया गया है। वहीं, चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जनसंपर्क) काजी तारेक अजीज ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। उधर, हिंदू बौद्ध ईसाई ओइक्या परिषद ने एक बयान में चिन्मय की गिरफ्तारी की निंदा की है। 31 अक्तूबर को इस्कॉन चटगांव के मंडल आयोजन सचिव चिन्मय समेत 19 लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। घटना 25 अक्तूबर को हुई, जब युवाओं के एक समूह ने सनातन जागरण मंच के बैनर तले आयोजित एक रैली के दौरान न्यू मार्केट चौराहे के पास स्वतंत्र स्तंभ पर बांग्लादेशी झंडे के ऊपर भगवा रंग का झंडा लगा दिया। मोहोरा वार्ड बीएनपी के तत्कालीन महासचिव फिरोज खान ने 25 अगस्त को एक रैली के दौरान चटगांव के न्यू मार्केट इलाके में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने के आरोप में मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज करने के एक दिन बाद फिरोज को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निकाल दिया गया।