देहरादून। अनीता रावत
छत्तीसगढ़ में रहकर पौड़ी गढ़वाल के गांव किमसार के वर्णित ने कमाल कर तीसरी कोशिश में 13वीं रैंक हासिल की।
… समय तो लगता है, शिखर पे जाने में, पंछी को उड़ने में, जमीं पर पड़े पत्थर की मूर्ति को तराशने में।
पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित किमसार गांव निवासी वर्णित नेगी ने सिविल सेवा परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की है। उन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली।
वर्णित के पिता देवेंद्र सिंह नेगी छत्तीसगढ़ के जिला बिलासपुर के परसदा में हाईस्कूल के प्रधानाचार्य हैं। मां डॉ. सीमा नेगी बिलासपुर महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। वहीं बड़े भाई डॉ. अंकित नेगी बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हैं। वर्णित के एक चाचा एनएस नेगी ऊर्जा निगम सिडकुल हरिद्वार में सहायक अभियंता (मीटर) के पद पर तैनात हैं। दूसरे चाचा एसएस नेगी उत्तराखंड पुलिस हरिद्वार में रेडियो निरीक्षक हैं। ऋषिकेश निवासी चाचा एनएस नेगी के अनुसार वर्णित के पिता ने रुड़की विश्वविद्यालय से भौतिक में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उनका स्वयं का सपना आईएएस बनने का था। पर वह नहीं बन पाए। अब बेटे ने उनका यह सपना पूरा कर दिखाया है। वर्णित ने वर्ष 2016 में आईएएस की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। मगर साक्षात्कार में रह गए। इसके बाद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और वर्ष 2017 में फिर से वह इस परीक्षा में शामिल हुए और 504वीं रैंक हासिल की। वर्णित को भारतीय रेलवे पुलिस में असिस्टेंट कमिश्नर की नियुक्ति मिली। इसके बाद भी वर्णित ने अपना प्रयास नहीं छोड़ा। वह फिर से आईएएस परीक्षा में शामिल हुए और अब की बार उन्होंने सफलता की ऐसी छलांग लगाई उन्हें 13वीं रैंक हासिल हुई। वर्णित की सफलता पर पूरा परिवार गदगद है।