नई दिल्ली। पांच में से चार राज्यों में जबरदस्त हार के बाद उठ रहे सवालों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बुधवार को इंडिया गठबंधन के घटकदलों के संसदीय दल के अध्यक्षों को बैठक हुई। जिसमें संसद के दोनों सदनों में रणनीति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।कांग्रेस की अगुवाई में हुई बैठक में सपा, आम आदमी पार्टी, जेडीयू, डीएमके और रालोद सहित 17 पार्टी शामिल हुईं। पर, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना बैठक से दूर रहीं। पार्टी सांसद नासिर हुसैन ने कहा कि दोनो पार्टियों ने पहले ही बता दिया था कि वह बुधवार की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगी।बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि लोकसभा और राज्यसभा के समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं की बैठक हुई। जिसमें तय किया गया कि सरकार को जवाबदेह बनाने के लिए इस सत्र के शेष भाग में लोगों के मुद्दों को संसद में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी दलों के नेताओं के परामर्श से जल्द ही इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक की तारीख तय की जाएगी। इससे पहले कांग्रेस ने छह दिसंबर को इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक बुलाने का ऐलान किया था। कई नेताओं की अनुपस्थिति के बाद बैठक टाल दी गई। अब यह बैठक तीसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है।इस बीच, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें पहले बैठक के बारे में सूचित नहीं किया गया था। एक दिन पहले ही राहुल ने उन्हें फोन किया था और बैठक के बारे में बताया था। उन्होंने कहा कि अब जब भी बैठक की तिथि तय होगी, वह उसमें शामिल होंगी।शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि इंडिया ब्लॉक की अगली बैठक 16 से 18 दिसंबर के बीच हो सकती है। उस समय गठबंधन के चेहरे सहित कई चीजें तय की जाएंगी। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में हार के बाद कांग्रेस पर घटक दलों का दबाव बढ़ गया है।