इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंक का बड़ा हमला हुआ है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया, जिसमें 450 से अधिक यात्री सवार थे। हमलावरों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया, ट्रेन के ड्राइवर को घायल किया और यात्रियों को बंधक बना लिया। इस हमले में छह पाकिस्तानी जवानों की मौत हो गई है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के बोलान जिले में मंगलवार को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर दिया। हमले के दौरान आतंकियों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे ट्रेन रुक गई। इसके बाद ड्राइवर को घायल कर पूरी ट्रेन को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जाफर एक्सप्रेस में नौ डिब्बे हैं और इसमें 450 से ज्यादा यात्री सवार थे। ट्रेन मंगलवार सुबह 9 बजे क्वेटा से रवाना हुई थी। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि क्वेटा से पेशावर जा रही इस ट्रेन पर पेहरो कुनरी और गदलार के बीच भारी गोलीबारी हुई। इस दौरान छह सैनिक मारे गए।
स्थानीय पुलिस के अनुसार ट्रेन पहाड़ों से घिरी एक सुरंग के ठीक सामने फंसी हुई है। आतंकियों ने ट्रेन को सुरंग संख्या आठ में रोक लिया, जिससे सुरक्षा बलों के लिए अभियान चलाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। पहाड़ी इलाका होने के कारण हमलावरों के लिए छिपना और हमला करना आसान हो गया है। बलूचिस्तान सरकार ने घटना के मद्देनजर आपातकालीन कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। सिबी अस्पताल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है, जबकि एंबुलेंस और सुरक्षा बलों को घटनास्थल पर भेजा गया है। हालांकि, दुर्गम क्षेत्र होने के कारण अधिकारियों को मौके तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। रेलवे विभाग ने भी बचाव कार्य के लिए अतिरिक्त ट्रेनें रवाना की हैं। बीएलए ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन के मुताबिक, इस अभियान में माशकाफ, धादर और बोलान क्षेत्रों में हमले किए गए हैं। संगठन का दावा है कि बंधकों में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, एंटी-टेररिज्म फोर्स और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारी शामिल हैं, जो पंजाब की ओर जा रहे थे। बीएलए ने धमकी दी है कि अगर सेना ने कोई हस्तक्षेप किया, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। संगठन ने यह भी कहा कि महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया गया है। इस अभियान का नेतृत्व बीएलए की फिदायीन यूनिट और मजीद ब्रिगेड कर रही है, जिन्हें फतेह स्क्वाड, एसटीओएस और जिराब इंटेलिजेंस विंग का समर्थन प्राप्त है।
