नई दिल्ली। नीलू सिंह
पाकिस्तान को कई बार सबूत सौंपे गए, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। इस वजह से भारत को यह कदम उठाना पड़ा। आतंकियों को करारा जवाब देना जरूरी था। यह कहना है विदेेेश सचिव विजय गोखले का।
गोखले ने कहा कि जैश के बालाकोट में मौजूद सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर खुफिया सूचनाओं के बाद यह कार्रवाई जरूरी थी क्योंकि आतंकी संगठन भारत में और आत्मघाती हमले करने की साजिश रच रहा था। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान से बार बार अनुरोध करता रहा है कि जेहादियों को प्रशिक्षण तथा हथियार मुहैया कराए जाने के लिए वह जैश के खिलाफ कार्रवाई करे। मगर पाक ने अपने यहां मौजूद आतंकियों की अवसंरचना को नष्ट करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। विदेश सचिव ने कहा, ‘पाक को समय-समय पर उसके यहां और कश्मीर के, पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में मौजूद आतंकी शिविरों, प्रशिक्षण शिविरों के ठिकानों की जानकारी दी गई। मगर पाकिस्तान उनकी मौजूदगी से इनकार करता रहा।’