बीजिंग।
चीन में पाकिस्तान के राजदूत मोइन उल हक ने बुधवार को कहा कि उनका देश अफगानिस्तान से संचालित विभिन्न आतंकी समूहों से पैदा खतरों से अवगत है। अमेरिका के काबुल से हटने के बाद वह चीन के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग को प्रगाढ़ बनाएगा।
हक ने ‘ग्लोबल टाइम्स’ से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी), दाएश (आईएसआईएस), पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ईटीआईएम) सहित अफगानिस्तान से संचालित अन्य आतंकवादी संगठनों से उत्पन्न खतरों से अवगत है। वह चीन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के साथ ही आतंकवाद विरोधी सहयोग को प्रगाढ़ बनाएगा। उन्होंने कहा, हमने मौजूदा तंत्र के जरिये क्षमता निर्माण, खुफिया जानकारी साझा करने और अपने प्रयासों में समन्वय के लिए कार्य करना जारी रखा है। उभरती चुनौतियों और खतरों के मद्देनजर दोनों देश मौजूदा सहयोग और समन्वय को मजबूत बनाएंगे।