लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
पांच साल की सुशासन से उत्तर प्रदेश की छवि अब बदल गई है। दूसरे राज्यों के लिए यूपी की कानून व्यवस्था अब रोल मॉडल है। यह उस समय सम्भव हुआ जब विपक्षी विरोध में जुटे थे और हम काम मे जुटे थे। विपक्ष पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें लखनऊ में मंगलवार को कहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश की जनता के लिए जो कार्य किए हैं उसके आधार पर उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता जनार्दन का आशीर्वाद फिर से प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चाहे कांग्रेस पार्टी की हो, समाजवादी पार्टी की या बहुजन समाज पार्टी की तीनों के ही समय- उत्तर प्रदेश का परसेप्शन खराब हुआ था, हमने उसका परिमार्जन किया।
योगी ने कहा कि सरकार ने सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। गरीब कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रदेश के गरीबों, नौजवानों, किसानों और महिलाओं को मिल रहा है। हर व्यक्ति जानता है कि विकास के कार्य कौन कर रहा है। वर्ष 1947 से 2016 तक उत्तर प्रदेश में केवल दो एक्सप्रेसवे थे- नोएडा आगरा यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे। आज पांच एक्सप्रेस वे पर कार्य चल रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का लोकार्पण संभवतः अगले महीने प्रधानमंत्री द्वारा कराया जाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का इलाज करने और राहत पहुंचाने- दोनों मोर्चों पर सरकार ने बेहतरीन कार्य किया। हालांकि विरोधी दलों ने कोरोना जैसी वैश्विक आपदा को भी राजनीति का मुद्दा बनाने से गुरेज नहीं किया और सरकार को बदनाम करने के लिए कई झूठी बातें प्रचारित की गईं। योगी ने कहा कि यह सच है कि गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में कुछ लोग पंचक के दौरान शवों का दाह संस्कार नहीं करते बल्कि गंगा में प्रवाहित करते हैं। उस दौरान कुछ लोग संक्रमण से मरे होंगे तो कुछ अपनी उम्र संबंधी समस्याओं या बीमारी के चलते, लेकिन यह पहली बार नहीं हुआ। वर्ष 2012 और 2014 की मीडिया रिपोर्ट देख ले तो सब साफ हो जाता है।