टोक्यो।
ओलंपिक में आठ स्वर्ण पदक सहित 11 पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम इस बार पदक से एक कदम दूर है। मंगलवार को सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम को हराने के लक्ष्य के साथ भारतीय पुरुष हॉकी टीम मैदान पर उतरेगी। 41 साल बाद भरतीय टीम पदक हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत कर रही है। भारत ने अपने आठ स्वर्ण पदक में से आखिरी पदक 1980 मॉस्को खेलों में जीता था। भारत ने रविवार को क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने दूसरे ग्रुप मैच में 1-7 की करारी हार के बाद भारतीय टीम लगातार चार मैच जीत चुकी है। बेल्जियम के खिलाफ भी मनप्रीत सिंह की टीम ने इस लय को बरकरार रखना चाहेगी। ग्राहम रीड के मार्गदर्शन में खेल रही भारतीय टीम को पता है कि बेल्जियम के खिलाफ मंगलवार को एक और अच्छा प्रदर्शन टीम का नाम इतिहास में दर्ज करा देगा, फिर चाहे पदक का रंग कोई भी क्यों न हो। हाल में दोनों टीमों के बीच भिड़ंत का आंकड़ा भी भारत के पक्ष में है। भारत ने 2019 में बेल्जियम दौरे पर मेजबान टीम के खिलाफ तीनों मुकाबले जीते थे। उस दौरे पर भारत ने बेल्जियम को 2-0, 3-1 और 5-1 से हराया था। दोनों टीमों के बीच इस साल मार्च में भारत के यूरोपीय दौरे के दौरान मुकाबला भी मनप्रीत सिंह की टीम ने 3-2 से जीता था। बेल्जियम के खिलाफ पिछले पांच मैचों में भारत ने चार जीत दर्ज की हैं। हालांकि ओलंपिक में दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मुकाबले में बेल्जियम ने रियो ओलंपिक में 3-1 से बाजी मारी थी। भारत मौजूदा ओलंपिक में पूल ए में आस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा जबकि बेल्जियम की टीम चार जीत और एक ड्रॉ के साथ पूल बी में शीर्ष पर रही थी।