टोक्यो।
भारतीय बॉक्सर असम निवासी लवलीना फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने के लिए पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली ने उनका सपना तोड़ दिया। लवलीना बोरगोहेन को बुधवार को 69 किग्रा महिला वेल्टरवेट वर्ग के सेमीफाइनल में बुसेनाज सुरमेनेली से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। ओलंपिक में पदार्पण करने वाली और विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना के खिलाफ बुसेनाज ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और सर्वसम्मति से 5-0 से जीत दर्ज करने में सफल रहीं। हार के बाद लवलीना ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मुझे क्या कहना चाहिए। मैंने जो योजना बनाई थी उसे लागू नहीं कर पाई। मैं इससे बेहतर कर सकती थी। लवलीना के पास बुसनाज के दमदार मुक्कों और तेजी का कोई जवाब नहीं था। इस बीच हड़बड़ाहट में भी लवलीना ने गलतियां की। असम की मुक्केबाज को कई चेतावनियों के बावजूद रेफरी के निर्देश नहीं मानने के लिए दूसरे दौर में एक अंक की कटौती का सामना भी करना पड़ा। लवलीना ने मुकाबले की अच्छी शुरुआत की थी लेकिन सुरमेनेली ने अपने दमदार हुक और मुक्कों से धीरे-धीरे हावी होती चली गईं। तीसरा दौर पूरी तरह एकतरफा रहा जिसमें लवलीना को दो बार दमदार मुक्के खाने के बाद आठ काउंट का सामना करना पड़ा।