नई दिल्ली, देव कुमार। कांग्रेस उम्मीदवार और पहलवान विनेश फोगाट ने मंगलवार को हरियाणा की जुलाना विधानसभा सीट से अपनी पहली चुनावी जीत को संघर्ष की जीत और सत्य की जीत बताया। ओलंपिक खिलाड़ी एवं पहलवान विनेश फोगाट ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के रण में सबको पटखनी देते हुए जीत हासिल की है।
फोगाट ने मंगलवार को हरियाणा में जुलाना विधानसभा सीट से अपना पहला चुनाव जीत लिया और भाजपा के योगेश कुमार को 6,015 मतों के अंतर से हराया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद भारत लौटने पर विनेश ने खेल से संन्यास लेने का ऐलान कर राजनीति का दामन थाम लिया। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही विनेश कांग्रेस में शामिल हुईं और पार्टी ने जुलाना से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया। जुलाना विनेश फोगाट का ससुराल है। हरियाणा में पांच अक्तूबर को हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार को सुबह आठ बजे शुरू हुई। कभी अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे और कभी पीछे हुईं विनेश को कुल 65,080 मत हासिल हुए, वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के योगेश को 59,065 मत मिले। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी कविता दलाल केवल 1,280 मत ही हासिल कर सकीं और उनकी जमानत जब्त हो गई। इनेलो और बसपा के प्रत्याशी डॉ. सुरेंद्र लाठर ने 10,152 मत हासिल किए और जजपा से विधायक रहे अमरजीत ढांडा केवल 2,477 मत हासिल कर सके। चुनाव परिणाम के बाद पत्रकारों से 30 वर्षीय फोगाट ने कहा, यह संघर्ष की जीत है और सत्य की जीत है। उन्होंने आगे कहा, मैं हमेशा लोगों का विश्वास और प्यार बनाए रखूंगी। फोगाट और पहलवान बजरंग पुनिया तत्कालीन डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे थे। पेरिस में फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। ओलंपिक में 50 किलोग्राम भारवर्ग में उनका वजन लगभग 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।