पिथौरागढ़, अर्पणा पांडेय। मुनस्यारी में गोल्फा पैदल मार्ग टूटने से गांवों में बुजुर्ग रहे हैं। एक महिला को 96 घंटे बाद लोगों ने डोली से अस्पताल पहुंचाया। लोगों का कहना है कि गोल्फा को सड़क से जोड़ने के लिए 2018 से निर्माण कार्य चल रहा है। छह साल बाद भी सात किमी सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। इससे ग्रामीण मजबूरन पैदल ही आवाजाही करते हैं।
गोल्फा में रहने वाले ग्रामीण सड़क सुविधा तो दूर पैदल मार्ग के लिए भी जूझ रहे हैं। मानसून काल में पैदल मार्ग ध्वस्त होने से ग्रामीण बीमार एक बुजुर्ग महिला को डोली के सहारे अस्पताल तक नहीं ला पाए। करीब 96 घंटों बीमार महिला घर पर ही तड़पती रही। बाद में विधायक हरीश धामी के कहने पर सरकार ने हेली से बीमार का रेस्क्यू किया, तब कहीं महिला को चौथे दिन इलाज की सुविधा मिल सकी।
तहसील मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर गोल्फा निवासी 61 वर्षीय उदिमा देवी बुधवार से पेट में दर्द और छाती में जकड़न की समस्या से जूझ रही थी। गांव में आज भी सड़क नहीं पहुंची है। मुख्य सड़क सेराघाट तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को सात किमी के आसपास पैदल आना पड़ता है। स्थानीय त्रिलोक सिंह कोरंगा और बृजेश सिंह ने बताया कि तबीयत बिगड़ती देख वह महिला को डोली से लेकर भी निकले, लेकिन जगह-जगह पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से उन्हें वापस गांव लौटना पड़ा। बाद में उन्होंने विधायक धामी से मदद मांगी। विधायक धामी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से संपर्क कर हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कराई। रविवार को हेलीकॉप्टर से महिला का रेस्क्यू कर जिला मुख्यालय लाया गया। ग्रामीणों ने विधायक धामी का आभार व्यक्त किया है। सहायक अभियंता, लोनिवि आनंद गिरी गोस्वामी का कहना है कि गोल्फा को जोड़ने वाला पैदल मार्ग में बीते दिनों सुधारीकरण काम किया गया है। अगर अन्य जगह भी मार्ग क्षतिग्रस्त है तो उसे ठीक किया जाएगा। सड़क निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। उधर चंपावत में सीमांत मंच-गुरखोली सड़क बंद होने का खामियाजा ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है। यहां लोगों को लंबी पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है। इस समस्या से ग्रामीण एक बार फिर दो-चार हुए। दरअसल हल्द्वानी से उपचार करा कर आ रहे एक मरीज को ग्रामीणों ने डोली के सहारे पैदल पांच किमी घर पहुंचाया। मंच-गुरखोली सड़क बीते माह आई आपदा के बाद से बंद चल रही है। इससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ समय पूर्व गुरखोली निवासी पुष्कर नाथ बीमार हो गए थे। उन्हें इलाज कराने को हल्द्वानी ले जाना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि तब भी बीमार पुष्कर को डोली के सहारे पांच किमी पैदल चल कर गुरखोली से मंच तक पहुंचाया गया। बताया कि रविवार को पुष्कर नाथ हल्द्वानी से उपचार करा कर वापस लौटे। लेकिन उन्हें घर पहुंचाने के लिए एक बार फिर डोली का सहारा लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि वे लोग रविवार सुबह गांव से खाली डोली लेकर मंच पहुंचे। इसके बाद मरीज को डोली के सहारे गुरखोली गांव पहुंचाया गया। ग्रामीण त्रिलोक नाथ, शेर नाथ, भैरव नाथ, हीरा नाथ, महेश नाथ, मोहन नाथ, पुष्कर नाथ, अर्जुन नाथ, शंकर नाथ मरीज को डोली से घर ले गए। परेशान ग्रामीणों ने शीघ्र सड़क खोलने की मांग की है।