काबुल।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद ने पिछली सरकारों के पूर्व अधिकारियों से देश लौटने की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों को पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है। सूत्रों के अनुसार अफगान कैबिनेट के सदस्यों के 11 सितंबर को शपथ लेने की उम्मीद है। इस दिन 9/11 हमले की 20वीं बरसी है। हालांकि तालिबान नेताओं ने कहा कि शपथ ग्रहण को लेकर अभी कोई तिथि तय नहीं हुई है।
अखुंद ने अंतरिम मंत्रिमंडल के गठन के एक दिन बाद कहा कि यह राष्ट्र के पुनर्निर्माण का समय है। हमने अफगानिस्तान में इस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए भारी कीमत चुकाई है। हम पिछली सरकारों के अधिकारियों से अपने देश लौटने की अपील करते हैं। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पूर्ण सुरक्षा देने का आश्वासन भी दिया। बता दें कि अगस्त के मध्य में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया और पश्चिम द्वारा समर्थित पिछले निर्वाचित सरकार को हटा दिया। इस बीच, अफगानिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और हिज्ब-ए-इस्लामी नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार ने तालिबान के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार को बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है। बता दें कि 33 सदस्यीय अंतरिम मंत्रिमंडल में तालिबान फाइव के रूप में जाने जाने वाले पांच नेताओं में से चार शामिल हैं, जिन्हें कभी ग्वांतानामो बे जेल में रखा गया था।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला हसन अखुंद और उनके दो उपप्रधानमंत्रियों समेत तालिबान की अंतरिम सरकार के कम से कम 14 सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की काली सूची में हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ गई है।