लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी प्रशासनिक अधिकारी निर्णय लेने की क्षमता स्वयं के अंदर विकसित करें और एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने की प्रवृत्ति से बचें।
मुख्यमंत्री गुरुवार को लोक प्रशासन पर विशेष क्षेत्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को आईना दिखाते हुए कहा कि समन्वय से काम करना एक ताकत है। हमें समझना होगा कि एकला चलो की नीति से हम बेहतर परिणाम नहीं दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक में मैंने अनुभव किया है कि अधिकारियों में काम टालने की आदत है। इससे बचना होगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की कार्यशैली पर चुटकी लेते हुए कहा कि जब उन्होंने 2018 में एक योजना की समीक्षा की तो बताया कि मार्च महीने में पूरी हो जाएगी। तीन महीने बाद मैंने फिर पूछा तो बताया कि तीन महीने और लगेंगे। तीन महीने अभी तक चल रहे हैं। सीएम ने कहा कि सिटीजन नागरिक चार्टर के जरिए इसका समाधान हो सकता है। सीएम ने कहा कि देखने में आया है कि नए बैच के अधिकारियों को गलत तरीकों से जल्द पैसे कमाने की आदत है। इसे रोकना होगा। हमें अच्छा नहीं लगता है कि नए अधिकारियों को ऐसे मामलों में दंडित करना पड़ता है। हालांकि मैं निर्णय लेने से पहले कहता हूं कि अच्छे काम करोगे तो आगे बढ़ोगे। बुरा करोगे तो लुढ़कते जाओगे। तब आगे के रास्ते बंद हो जाएंगे। तब हमें प्रशासनिक कार्रवाई करनी पडती है। प्रशासनिक अधिकारी नए अधिकारियों को गाइड करें। इससे प्रशासनिक व्यवस्था बेहतर होगी। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश में एक नए विश्वास के साथ आगे बढ़ता हुआ राज्य है। देश की भावनाओं के अनुरूप यह प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। ·प्रशासनिक अधिकारियों के तेजी से निर्णय लेने से बेहतर परिणाम सामने आते हैं। अगर चयन की प्रक्रिया पारदर्शी व शुचितापूर्ण होती है तो चयनित अभ्यर्थी उस मेरिट पर जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में खरा उतरने का एक प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने चार साल में विभिन्न विभागों में भर्ती प्रकिया को ईमानदार तरीके से आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने समन्वय व टीम वर्क पर जोर देते हुए कहा कि विभागों के समन्वय से काम कर हम लोगों गोरखपुर व आसपास जेई के खिलाफ अभियान चलाया। स्वच्छता साफ सफाई पर जोर दिया। इससे पिछले तीन सालों में जेई से मौतों की संख्या में 90 प्रतिशत कमी हो गई। अंतरविभागीय समन्वय का माडल हमने कोरोना प्रबंधन में भी लागू किया। कोरोना को पहले ही नियंत्रित कर लिया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय कार्मिक व पेंशन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह के प्रति विशेष आभार जताया।