देहरादून। अनीता रावत
करोड़ों के बहुचर्चित छात्रवृति घोटाले में एक बार फिर से जनजाति कल्याण आयोग देहरादून के उपपरियोजना निदेशक एवं तत्कालीन समाज कल्याण विभाग अधिकारी अनुराग शंखधर की एक बार फिर से गिरफ्तारी हुई है। जांच एजेंसी एसआईटी ने दिल्ली के रामनगर इलाके के आर्य टूरिस्ट लॉज से आरोपित की गिरफ्तारी के बाद देहरादून मे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। एसआईटी के बार बार बुलाने पर भी आरोपित पेश नहीं हो रहा था। एसआईटी की कार्रवाई से फिर से बहुचर्चित घोटाला सुर्खियों में आ गया है।
एसआईटी के प्रभारी आईपीएस मंजूनाथ टीसी ने बताया कि हरिद्वार के पूव समाज कल्याण अधिकारी एवं मौजूदा समय में समाज कल्याण आयोग के निलंबित उपपरियोजना निदेशक अनुराग शंखधर को एसआईटी के समक्ष पेश होने के लिए कई बार नोटिस भेजे गए लेकिन वह पेश नहीं हुए। बताया कि आरोपित के पेश न होने पर एसआईटी की टीम ने छात्रवृति घोटाले के आरोपित निलंबित अधिकारी की गिरफ्तारी के जाल बिछाया। सूचना मिलने पर शनिवार की सुबह दिल्ली के रामनगर क्षेत्र के आर्य टूरिस्ट लॉज में आरोपित के छिपे होने की दबिश देकर उसे पकड़ लिया गया। एसआईटी प्रभारी ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी सरकारी रकम के गबन एवं भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम के दो मुकदमे में की गई है। आरोपित के खिलाफ शासन से 11 मुकदमों में विवेचना करने की अनुमति मिल चुकी है और आरोपित उधमसिंह नगर में दर्ज 44 मुकदमों में भी फरार चल रहा था। बताया कि आरोपित को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बताया कि पूर्व में भी उसकी गिरफ्तारी वर्ष 2019 मई में हुई थी, तब जमानत मिलने पर वह जेल से छूट गया था। बताया कि अब आरोपित को हर मुकदमे में जमानत करानी होगी।