देहरादून। अनीता रावत
आजादी में महत्व पौधे का निभाने और गुमनामी के जीवन में जी रहे बागेश्वर की सत्ता संग्राम सेनानी इसमें देवी साहब के सम्मान में डाक विभाग की ओर से डाक टिकट जारी किया गया है। देश की आजादी की लिए वह कई बार जेल गई और आजादी दिलाने में विशनी देवी ने भी अहम भूमिका निभाई है। बताया जाता है कि विशनी देवी का जन्म 1914 में हुआ था और सिर्फ 16 साल की उम्र में उनके पति का निधन हो गया था। इसके बाद उन्होंने अपना जीवन देश को आजादी के लिए समर्पित कर दिया।
पोस्ट मास्टर चंद्रशेखर परगाई ने बताया कि विभाग ने 106 गुमनाम स्वतंत्रता संग्राम में की खोज की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय डाक सप्ताह और आजादी के अमृत महोत्सव पर गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को चिन्हित किया जाएगा। साथ ही उनके सम्मान में डाक विभाग की ओर से डाक टिकट जारी किया जाएगा।
बताया कि प्रधान डाकघर अल्मोड़ा ने राष्ट्रीयता डाक सप्ताह के अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी विशनी देवी की याद में डाक टिकट जारी किया गया है, जो कि उनके सम्मान को दर्शाता है।