काबुल।
अफगानिस्तान में एयरपोर्ट पर हुए बम धमके के तीन दिन बाद ही एयरपोर्ट में हुई फायरिंग से दहशत का माहौल हो गया। लगातार हुई फायरिंग के बाद अमेरिका को एयरपोर्ट के तीन गेटों से पीछे हटना पड़ा। वहीं तालिबान ने तीनों गेटों पर कब्जा कर लिया। एयरपोर्ट पर आंसू गैस के गोले भी फेंके गए।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट के पास गुरुवार को हुए हमले में अब तक करीब 103 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 90 अफगानी नागरिक और 13 अमेरिकी सैनिक शामिल हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक हमले में मारे गए 90 अफगानियों में 28 तालिबानी भी थे। ये सभी तालिबानी एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा में खड़े थे। बताया जा रहा है कि हमले में घायलों की संख्या 1300 पार हो चुकी है। आत्मघाती धमाकों के तीन दिन बाद ही आज हवाईअड्डे के एंट्री गेट के पास कई राउंड की फायरिंग के बाद लोगों में दहशत का महौल है। हवाई अड्डे के आसपास आंसू गैल के गोले भी फेंके गए। फायरिंग के बाद एयरपोर्ट पर भगदड़ मच गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हवाई अड्डे के तीन गेट पर तैनात रहे अमेरिका के सैनिक पीछे हट गए हैं। अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे के तीन गेट और कुछ अन्य हिस्सों को छोड़ दिया है। ऐसे में अब तालिबान ने कहा है कि इन गेट पर अब उसका नियंत्रण है। उधर अफगानिस्तान से नागरिकों को निकालने वाली ब्रिटेन की अंतिम उड़ान भी काबुल हवाई अड्डे से टेक ऑफ कर चुकी है। इसके साथ ही ब्रिटेन का अपने नागरिकों को यहां से निकालने का ऑपरेशन समाप्त हो गया है। बता दें कि ब्रिटेन ने यहां तालिबान के नियंत्रण के बाद दो सप्ताह में लगभग 15,000 अफगान और ब्रिटिश नागरिकों को एयरलिफ्ट किया है।