लखनऊ। संभल व बहराइच मामले में विपक्ष को आईना दिखाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत में राम, कृष्ण व बुद्ध की परंपरा चलेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं। उन्होंने साफ कहा कि जयश्री राम का नारा उत्तेजक नहीं है, यह हमारी श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। अगर जयश्रीराम से उन्हें समस्या है तो हिन्दू भी अल्लाह-हू-अकबर पर आपत्ति कर सकता है। उन्होंने संभल के दंगों का सच सामने लाने की बात कहते हुए कहा कि इसकी रिपोर्ट विधानसभा में पेश होगी, तब दूध का दूध, पानी का पानी होगा और इसके दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी। पत्थरबाजी कर माहौल खराब करने वालों में एक भी बचने वाला नहीं है।
मुख्यमंत्री ने ये बातें सोमवार को विधानसभा में सपा के सदस्य इकबाल महमूद द्वारा संभल की घटना के बाबत उठाए गए सवालों पर कहीं। अपने 31 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री ने पूछा कि जब कोई भी मुस्लिम त्योहार का जुलूस हिन्दू मोहल्ले से, मंदिर के सामने से सुरक्षित निकल जाता है, कोई समस्या नहीं होती। पर, जब कोई हिन्दू शोभायात्रा किसी मस्जिद के सामने से या मुस्लिम बहुल क्षेत्र से निकलती है तो समस्या क्यों खड़ी हो जाती है। इकबाल महमूद की ओर मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चाहते हैं कि आपके पर्व और त्योहार तो शांति से मनाए जाएं, लेकिन दूसरों के नहीं। संविधान में कहां लिखा है कि किसी मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हिन्दू शोभायात्रा नहीं निकल सकती। जब आप रोकते हैं तो हिन्दू पक्ष की ओर से भी रिएक्शन आता है कि हम भी नहीं जाने देंगे। इन बातों को लेकर कि मस्जिद के सामने से शोभायात्रा नहीं निकलने देंगे। ये सड़क किसी की अमानत है क्या, ये सार्वजनिक मार्ग है, आप किसी को कैसे रोक सकते हैं।
मुख्यमंत्री बोले, कल आपसे कहूंगा कि अल्लाह हो अकबर का स्लोगन हमें अच्छा नहीं लगता तो क्या आपको अच्छा लगेगा। हमारी विरासत तो इतनी लंबी चौड़ी और प्राचीन है। मैं जय श्रीराम, हर-हर महादेव और राधे-राधे के संबोधन से ही पूरा जीवन काट सकता हूं। हमें और किसी संबोधन की जरूरत ही नहीं है। मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि संविधान की मूल प्रस्तावना को पढ़ें और मौलिक अधिकारों का अध्ययन करें। संविधान में राम भी नजर आएंगे और कृष्ण भी, लेकिन धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द कहीं नहीं मिलेगा। जिन्होंने संविधान का गला घोंटा, उनका पिछलग्गू बनकर आप केवल सत्ता हथियाना चाहते हैं। देश, जहां बहुसंख्यक समाज विशेष अधिकार की नहीं, समान नागरिक कानून की बात करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रा में क्या अश्लील गाने बजते हैं। वहां भगवान शिव के गाने बजते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान जो शोभायात्रा निकलती है, उसमें भजन गाए जाते हैं। आपने बाबरनामा पढ़ा होता तो ये बहस करते ही नहीं जिसमें स्वयं मीरबाकी के द्वारा हरिहर मंदिर तोड़ने का जिक्र किया गया है। मुख्ममंत्री ने अतीत की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि लखनऊ का शिया-सुन्नी विवाद भारतीय जनता पार्टी के समय ही समाप्त हुआ है। आप लोग तो शिया और सुन्नी को भी लड़ाते थे, क्योंकि आपकी तो शुरू से ही राजनीति बांटने और कटवाने की रही है। इसीलिए हमने कहा है कि न कटेंगे और न बटेंगे। बहराइच में भाजपा के विधायक की गाड़ी पर हमला हुआ जो वहां से 30-35 किमी दूर है। इन्होंने जो तहरीर दी वह दूसरे मामले को लेकर है, इसका उस घटना से कोई लेना देना नहीं, लेकिन उसको किस तरह से जोड़कर देखा जा रहा है।