नई दिल्ली। नीलू सिंह
सिख दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए तीन दशकों से कानूनी लड़ाई लड़ रहे वरिष्ठ वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता एच.एस. फुल्का के बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही है। रविवार को उस वक्त इन अटकलों को और बल मिला, जब संसदीय कार्य राज्यमंत्री और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने अपने सरकारी आवास पर फुल्का को लोक अभियान सेवा अवॉर्ड से सम्मानित किया। बीजेपी जॉइन करने और लोकसभा का चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं। हालांकि राज्यसभा में जाने के सवाल पर उनका कहना था कि इसके लिए अभी काफी वक्त है। हालांकि गोयल ने कहा कि बीजेपी जॉइन करने का फैसला खुद फुल्का और बीजेपी नेतृत्व को करना है, लेकिन अगर वह बीजेपी जॉइन करते हैं, तो सबसे ज्यादा खुशी उन्हें होगी।
रविवार को गोयल ने अपने एनजीओ लोक अभियान के बैनर तले समाजसेवा के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले 7 लोगों को लोक अभियान सेवा सम्मान से सम्मानित करने का कार्यक्रम रखा था। इसमें कृषि मंत्री राधामोहन सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। फुल्का के अलावा तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालीं शायरा बानो के साथ समाजसेवी एसएस अग्रवाल, नंद किशोर, अमिताभ सोनी, रवि टंडन और नृत्यांगना रेखा मेहरा को भी सम्मानित किया गया।
फुल्का ने कहा कि कांग्रेस नेता सज्जन सिंह को जेल भिजवाने से उनका काम खत्म नहीं हुआ है। अभी उन्हें जगदीश टाइटलर और कमलनाथ को भी सजा दिलवानी है। मैंने कोई बहुत बड़ा काम नहीं किया है और यह मेरे अकेले की लड़ाई नहीं थी, बल्कि इसमें कई लोगों ने मेरा साथ दिया। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी, मदनलाल खुराना, विजय गोयल, अरुण जेटली, प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, रविशंकर प्रसाद का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह इन नेताओं ने उनका साथ दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी अभार जताते हुए कहा कि उन्होंने ठीक कहा था कि सिख दंगों के दौरान कांग्रेस ने पूरे तंत्र को षड्यंत्र में बदल दिया था। कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब वह आम आदमी पार्टी में थे, तब भी बीजेपी के नेताओं से उनकी नजदीकियां सबको पता थी। बीजेपी जॉइन करने या लोकसभा का चुनाव लड़ने की खबरों को उन्होंने अफवाह करार दिया।