नई दिल्ली। देश के आठ शहरों में एनआईए ने एफआईएफ की आतंकी फंडिंग मामले में छापेमारी की। मोहम्मद हुसैन मोलानी की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को एनआईए ने छापेमारी की।
एजेंसी के अनुसार जांच एजेंसी ने आतंकी फंडिंग मामले में उत्तर प्रदेश के गोंडा, राजस्थान के सीकर व जयपुर, दिल्ली, गुजरात के वलसाड व सूरत और केरल के कासरगोड में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान तीन विदेशी सिम सहित 26 सिम, 23 मोबाइल फोन, पांच मेमोरी कार्ड, एक सीडी, पांच हार्ड डिस्क, एक पेन ड्राइव, एक डीवीआर, एक सीपीयू, आठ पासपोर्ट, विदेशी कार्ड, नौ डेबिट कार्ड, एक लैपटाप, 21 लाख रुपये नकद और कुछ सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं। कुछ ऐसे संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिनका संबंध दुबई से है। गौरतलब है कि एफआईएफ आतंकी फंडिंग मामले में एनआईए ने 2 जुलाई 2018 को प्राथमिकी दर्ज की थी। एफआईआर के मुताबिक दिल्ली के कुछ लोगों का संबंध एफआईएफ की आतंकी फंडिंग से था। यह संगठन पाकिस्तान के लाहौर से संचालित होता है। इसकी स्थापना 1990 में हाफिज सईद ने की थी। एफआईएफ का मंसूबा भारत के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना है। बताया जा रहा है कि एनआईए ने पिछले दिनों काफी समय से लुकाछिपी का खेल खेल रहे मोहम्मद हुसैन मोलानी उर्फ बब्लू (43) को सोमवार को दुबई से लौटते वक्त गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के आधार पर जांच एजेंसी ने कई जगहों पर छापेमारी कर आतंकी फंडिंग के स्रोत की जानकारी एकत्र की। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के गोंडा शहर के मेवातियान मोहल्ला निवासी मदरसे के मौलवी इफ्तिखार अहमद के घर बुधवार तड़के एनआईए व यूपी एटीएस की टीम ने संयुक्त छापेमारी की। घंटों की तलाशी के बाद अधिकारी दोपहर बाद महत्वपूर्ण दस्तावेज व कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर लखनऊ रवाना हो गए। सीओ सिटी महावीर सिंह ने संयुक्त टीम की छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि टीम कुछ सामग्री सील कर अपने साथ ले गई है।