नई दिल्ली। टीएलआई
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने रविवार को जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापा मारा और द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआएफ) के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। टीआरएफ को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा समूह का मुखौटा संगठन माना जाता है। टीआरएफ ने कश्मीर घाटी में नागरिकों की लक्षित हत्याओं की जिम्मेदारी ली है।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहयोग से कुलगाम, श्रीनगर तथा बारामुला जिलों में सात स्थानों पर छापेमारी की गई। एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान टीआरएफ के दो सदस्यों, बारामुला के तवसीफ अहमद वानी और वामपुरा के फैज अहमद खान को आतंकी गतिविधियों की साजिश में संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, अन्य संदिग्ध सामग्री सहित कई डिजिटल उपकरण बरामद किये गए। छापेमारी की कार्रवाई दो मामलों में हुई है। ये दो मामले ‘आईएसआईएस-वॉयस ऑफ हिंद’ पत्रिका मामले और ‘बठिंडी आईईडी रिकवरी’ से संबंधित हैं। आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहायता से केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक साथ छापेमारी की है। दरअसल, देश में मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की साजिश के सिलसिले में इस साल 29 जून को मामला दर्ज किया गया था। एनआईए ने बताया कि आईएसआईएस के आतंकी भारत में अलग-अलग जगहों से ऑपरेट कर रहे हैं। इन्होंने फर्जी-ऑनलाइन पहचान बनाकर अपना एक नेटवर्क खड़ा किया है। इसके जरिए भड़काऊ सामग्रियां साझा की जा रही हैं।